रिपोर्ट- लोकेश राय
यूपी विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी को जन विश्वास यात्रा निकाली जा रही है, ये यात्रा सभी विधानसभाओं से होते हुए जा रही है। सही मायने में इस यात्रा के जरिये बीजेपी अपने विकास के कामो और चुनावी एजेंडे को लोगो के बीच रख रही है। साथ ही ये हर विधानसभा में मौजूदा विधायको का (लिटमस टेस्ट) भी ले रही है। गाजियाबाद के लोनी विधानसभा से गुजरते हुए इस यात्रा में लोनी नगर पालिका की चेयरमैन रंजीता धामा ने खुलकर लोनी विधानसभा से टिकट की दावेदारी की है।
दरअसल, रंजीता धामा के पति और लोनी के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा रेप के एक मामले में जेल में है। आरोप है कि बीजेपी के मौजूदा विधायक नन्दकिशोर गुर्जर और मनोज धामा के बीच की सार्वजनिक मंचो पर तल्खी और राजनैतिक प्रतिद्वंदता साफ है। ऐसे में रंजीता धामा ने परिवर्तन यात्रा के दौरान यूपी सरकार के राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल और गाज़ियाबाद के जिलाध्यक्ष दिनेश सिंघल के सामने ही टिकट की दावेदारी की ताल ठोकते हुए साफ किया है कि वो अपने आत्मसम्मान के लिए चुनाव लड़ेगी, अगर पार्टी टिकट नही देगी तो भी वो चुनाव लड़ेगीं।
कल को मत कहना कि लोनी की सीट नही निकल पाई”। बिना नाम लिए रंजीता धामा ने कहा कि अफसोस इस बात का है कि मनोज धामा ने जो गलती की ही नही उसके बाद भी पार्टी के लोगो ने जन्हें जेल भिजवाया है। ये वीडियो सामने आया है और पहली बार लोनी विधानसभा से टिकट के दावेदारी के लिए किसी ने खुलकर दावा ठोका है।
महापंचायत कर किया शक्ति प्रदर्शन
टिकट के दावेदारी के साथ ही रविवार को लोनी विधानसभा में रंजीता धामा ने एक बड़ी महापंचायत कर अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया है। इस महापंचायत में रंजीता धामा ने पार्टी में रहते हुए भी खुद के साथ हुई बेरुखी की दास्तां सुनाई, इज़ महापंचायत में रंजीता धामा को बड़ा समर्थन मिला हैं। वही विधायक नंदकिशोर गुर्जर का नाम एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा जारी विधायको की सूची में आया है। जिनके आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने पर संशय बना हुआ है। ऐसे 45 विधायक है जिनके चुनाव लड़ने पर संशय जताया गया है।