Republic Day 2025 : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया ध्वजारोहण, CM योगी के साथ गाया राष्ट्रगान!

हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश की गई, जो कार्यक्रम में एक खास और रोमांचक क्षण था। इसके बाद, लखनऊ में एक विशेष राष्ट्रगान कार्यक्रम का आयोजन..

Republic Day 2025 : देश के 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधानभवन के परेड ग्राउंड पर तिरंगा फहराया। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे। इस दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।

पूरे शहर में 52 सेकंड के लिए राष्ट्रगान की गूंज

ध्वजारोहण के बाद राज्यपाल के नेतृत्व में हेलिकॉप्टर से फूलों की बारिश की गई, जो कार्यक्रम में एक खास और रोमांचक क्षण था। इसके बाद, लखनऊ में एक विशेष राष्ट्रगान कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें पूरे शहर में 52 सेकंड के लिए राष्ट्रगान की गूंज सुनाई दी। यह पहल स्वतंत्रता दिवस की तर्ज पर गणतंत्र दिवस पर भी आयोजित की गई थी, और लखनऊ शहर ने एक बार फिर अपनी अनूठी पहल से सबका ध्यान आकर्षित किया।

अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियों ने दी राज्यपाल को सलामी

लखनऊ में झंडोत्तोलन के बाद परेड ग्राउंड में गणतंत्र दिवस परेड का आयोजन किया गया। इस दौरान सबसे पहले राज्यपाल को टैंकों से सलामी दी गई, इसके बाद सैन्य और अर्द्धसैनिक बलों की टुकड़ियों ने भी राज्यपाल को सलामी दी। इस कार्यक्रम में जवानों की कदमताल और मार्च पास्ट ने हर किसी को रोमांचित कर दिया। ब्रास बैंड की धुन पर जवानों के कदमताल ने उपस्थित जनसमूह को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया। परेड ग्राउंड में बड़ी संख्या में लोग इस खास आयोजन का हिस्सा बने और कार्यक्रम का आनंद लिया।

76वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा, “प्रदेशवासियों को 76वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह गौरवशाली पर्व हमारे महान संविधान, लोकतांत्रिक परंपराओं और देश के अमर सपूतों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का अवसर है। आइए, हम सभी संविधान द्वारा प्रदत्त कर्तव्यों के पालन हेतु संकल्पित हों।”

ताकत को भी प्रदर्शित करने वाला दिन

गणतंत्र दिवस का यह समारोह न केवल प्रदेशवासियों के लिए एक गर्व का अवसर था, बल्कि यह भारत के लोकतंत्र और संविधान की ताकत को भी प्रदर्शित करने वाला दिन था।

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