रूस और यूक्रेन के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। इसी बीच North Atlantic Treaty Organization (NATO), जिसे उत्तरी अटलांटिक गठबंधन भी कहा जाता है,ने सोमवार को कहा कि वह अतिरिक्त सैन्यबलों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। NATO ने सोमवार को दिए गए अपने आधिकारिक बयान में कहा कि वह अतिरिक्त बलों को स्टैंडबाय पर रख रहा है और बड़ी संख्या में जहाजों और लड़ाकू विमानों को पूर्वी यूरोप भेज रहा है।
दरअसल, NATO एक वैश्विक सैन्य संगठन है जिसे उत्तरी अटलांटिक गठबंधन भी कहा जाता है। NATO, 27 यूरोपीय देशों, 2 उत्तरी अमेरिकी देशों और 1 यूरेशियन देश के बीच एक अंतर-सरकारी सैन्य गठबंधन है जो 4 अप्रैल 1949 को हस्ताक्षरित किये गए उत्तरी अटलांटिक संधि को लागू करता है। यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रामक रवैये के मद्देनजर NATO ने यह फैसला लिया है।
NATO ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि “NATO गठबंधन के पूर्वी हिस्से को मजबूत करने सहित सभी सहयोगियों की रक्षा और बचाव के लिए सभी आवश्यक उपाय करना जारी रखेगा। NATO के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग (Jens Stoltenberg) ने एक बयान में कहा, हम अपने सामूहिक रक्षा को मजबूत करने सहित, हमारे सुरक्षा वातावरण में किसी भी गिरावट का हमेशा जवाब देंगे।