
मुख्यमंत्री ने लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी और प्रयागराज से अयोध्या जाने वाले रास्तों पर 22 जनवरी को अति विशिष्ट अतिथियों के आवागमन के लिए ग्रीन कॉरीडोर की तरह व्यवस्था करने को कहा है। साधु संत चित्रकूट से यात्रा के जरिये चरण पादुका लेकर अयोध्या आएंगे। जिसको लेकर सीएम ने जरूरी निर्देश जारी किए हैं।
धर्मनगरी चित्रकूट से भगवान राम की चरण पादुका लेकर अयोध्या के लिए 15 जनवरी से यात्रा शुरू होगी। साधु-संतों की यह यात्रा कौशांबी, प्रयागराज के रास्ते अयोध्या तक जाएगी। इसके अलावा चरण पादुका यात्रा मार्ग को भी पूरी तरह सुरक्षित बनाने को कहा है।
दूसरी तरफ अयोध्या में राममंदिर के भूतल में लगने वाले सभी 14 स्वर्ण जड़ित दरवाजे लगाने का काम भी मंगलवार से शुरू हो गया है। दरवाजा 12 फीट ऊंचा और आठ फीट चौड़ा है। 15 जनवरी तक 13 दरवाजे और लगा दिए जाएंगे। इन दरवाजों को राम जन्मभूमि परिसर में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है। गर्भगृह में सिर्फ एक दरवाजा होगा। इसके चौखट के ऊपर भगवान विष्णु की शयन मुद्रा में चित्र को उकेरा गया है।
आपको बता दें कि राममंदिर में कुल 46 दरवाजे लगेंगे। इनमें से 42 पर सोने की परत चढ़ाई जाएगी। सीढि़यों के पास चार दरवाजे होंगे इन पर सोने की परत नहीं होगी। इन दरवाजों को महाराष्ट्र की सागौन की लकड़ी से बनाया गया है, हैदराबाद के कारीगरों ने इस पर नक्काशी का काम किया है। इसके बाद इस पर तांबे की परत चढ़ाई गई फिर इस पर सोने की परत चढ़ाई जा रही है। राम जन्म भूमि की निर्माण समिति ने स्वर्ण जड़ित दरवाजे की फोटो भी जारी की है।








