
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम शेरवानी ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा है। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा है कि अखिलेश यादव पीडीए के अपने नारे से भटक गए हैं। उन्हें यह भविष्य में बहुत भारी पड़ने वाला है। सलीम शेरवानी ने कहा कि अगर भविष्य में अखिलेश यादव बुलाकर भी पद देंगे तो वह पद नहीं लेने वाले हैं।
मुसलमान हताश-निराश
उन्होंने कहा कि आज के समय में मुस्लिमो का कोई सियासी रहनुमा नहीं है। मुसलमान समाजवादी पार्टी से आज लगातार दूर होता जा रहा है। मुसलमानों में आज निराशा और हताशा है। सलीम शेरवानी ने कहा कि आज लोग इतना डरे हुए हैं कि वह मुसलमानों के मसाइल पर बोलने को तैयार नहीं हैं। यह देश की बदकिस्मती है, कि कोई मुसलमानों के मामले में बोलता है तो उसे एंटी नेशनलिस्ट कह दिया जा रहा है। उसमें अखिलेश यादव भी शामिल हैं जो मुस्लिम मसाइल पर पूरी तरह से खामोश हैं।
आगे क्या? बैठक के बाद करेंगे फैसला
सलीम शेरवानी ने कहा कि आने वाले दो तीन सप्ताह के अंदर वह बदायूं में अपने लोगों के साथ एक बड़ी बैठक करेंगे। बैठक के बाद वह अपने अगले राजनीतिक भविष्य का फैसला लेंगे। हालांकि कांग्रेस पार्टी में भी उन्होंने जाने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी से उनके तीन पीढ़ियों के रिश्ते हैं।
राहुल-प्रियंका सम्मान से बुलाते हैं तो कांग्रेस में जाने के लिए तैयार
उन्होंने बताया सपा के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने उनसे संपर्क भी किया है, अगर राहुल गांधी या फिर प्रियंका गांधी उन्हे सम्मान के साथ बुलाते हैं तो वह कांग्रेस पार्टी में जाना पसंद करेंगे। राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा में जो भीड़ आ रही है इससे राहुल गांधी की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
शिवपाल यादव का फैसला आसान नहीं
वहीं, बदायूं में समाजवादी पार्टी से धर्मेंद्र यादव की जगह पर शिवपाल सिंह यादव को लोकसभा का प्रत्याशी बनाए जाने पर सलीम शेरवानी ने कहा कि यह उनके लिए बहुत मुस्किल फैसला होगा कि वह शिवपाल सिंह यादव का विरोध कर सकें। सलीम शेरवानी ने कहा कि शिवपाल सिंह यादव से उनके बहुत अच्छे रिश्ते हैं। इसलिए उनका फैसला बहुत ही कठिन होने वाला है।









