समाजवादी पार्टी से कैराना लोकसभा प्रत्याशी इसकरा हसन ने भारत समाचार से बात करते हुए कहा, मेरी कोई प्लानिंग नहीं थी की चुनाव में आऊँ। क्योंकि मुझे पढ़ाई लिखाई करनी थी..लेकिन स्थिति ऐसी बनी मुझे राजनीति में आना पड़ा। कैराना में महिलाओं से कोई मिलता नहीं है। इसीलिए मैं चुनाव प्रचार के दौरान खास ध्यान रखती हूं कि महिलाओं से मिलूं। उनकी समस्याओं को सुनो, मैं अपना वोट बैंक महिलाओं को विशेष तौर पर मानती हूं क्योंकि आधी आबादी महिलाओं की है।
उन्होंने कहा, भाजपा के षड्यंत्र की वजह से मेरा भाई जेल गया। मैने 2022 से मिलना जुलना लोगों से शुरू कर दिया था। पार्टी ने कम उम्र में बड़ी जिम्मेदारी मुझे दी है। यह सीट पार्टी को जीतकर दूँगी। उन्होंने कहा, भाजपा की रणनीति फूट डालने की है। बीजेपी धर्म जाति के नाम पर राजनीति कर रही है। लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। देश बहुत खराब स्थिति में जा रही है, ऐसे में सबको एकजुट होना चाहिए।
आरएलडी और बीजेपी की विचारधार अलग
इकरा हसन ने कहा बीजेपी के विचारधारा किसानों के खिलाफ है। सपा और रालोद का गठबंधन बहुत अच्छा था। रालोद किसानों की बात करती है, लेकिन बीजेपी किसानों को बर्बाद करने का काम करती है। रालोद हमारे साथ होती तो हमें और मजबूती मिलती। किसान हितों की बात जयंत चौधरी करते हैं लेकिन एनडीए नहीं करती है।