“समर्थ उत्तर प्रदेश” शुरू हुई एक नई पहल जन जन तक पहुंची विकास कार्य की कार्य की जानकारी

समर्थ उत्तर प्रदेश की पहल 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित और समृद्ध राज्य बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है।

समर्थ उत्तर प्रदेश की पहल 2047 तक उत्तर प्रदेश को विकसित और समृद्ध राज्य बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के हर क्षेत्र में विकास को तेज़ी से आगे बढ़ाना और जनता से जुड़े मुद्दों पर उनकी राय और सुझाव प्राप्त करना है। राज्यभर में विभिन्न जनपदों के नागरिकों से सुझाव प्राप्त करने के लिए एक ऑनलाइन पोर्टल का भी संचालन किया जा रहा है, जिसे samarthuttarpradesh.up.gov.in के नाम से जाना जाता है।

फीडबैक की अद्वितीय पहल:

प्रदेश के 75 जनपदों में विभिन्न तबकों के लोगों—छात्रों, व्यापारियों, किसानों, उद्यमियों, स्वयंसहायता समूहों, श्रमिकों और आम नागरिकों—से उनके सुझाव और विचार लिए गए हैं। 4 नवम्बर 2025 तक इस पोर्टल पर कुल 7,299,281 फीडबैक प्राप्त हो चुके हैं। इनमें से:

  • ग्रामीण क्षेत्र से 5,793,313 सुझाव,
  • शहरी क्षेत्र से 1,505,970 सुझाव प्राप्त हुए हैं।

इन फीडबैक में से 3,602,013 सुझाव 31 वर्ष से कम आयु वर्ग से आए, और 33,54,671 सुझाव 31-60 वर्ष के आयु वर्ग से प्राप्त हुए।

सुझावों के प्रमुख क्षेत्र:

  1. कृषि: 1,930,824 सुझाव
  2. पशुपालन और डेयरी: 293,597 सुझाव
  3. इंडस्ट्री: 272,147 सुझाव
  4. आईटी और टेक्नोलॉजी: 205,805 सुझाव
  5. पर्यटन: 137,398 सुझाव
  6. ग्रामीण विकास: 1,416,784 सुझाव
  7. समाज कल्याण: 562,905 सुझाव
  8. स्वास्थ्य और महिला कल्याण: 496,505 सुझाव
  9. सुरक्षा: 173,592 सुझाव

आयोजन और संवाद:

राज्यभर में विभिन्न क्षेत्रों में संगठनों द्वारा आयोजित भ्रमण और संवादों के दौरान, उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा की दिशा और रोडमैप पर व्यापक चर्चा की गई। ग्रामीण विकास और कृषि के क्षेत्र में किसानों और उद्यमियों को नए तकनीकी तरीकों और बेहतर संसाधन देने के लिए सुझाव प्राप्त किए गए।

प्रमुख सुझावकर्ता:

  • महोबा से श्री योगेश नायक जी ने सुझाव दिया कि कृषि और ग्रामीण विकास में आय बढ़ाने के लिए नई कृषि तकनीक, बेहतर सिंचाई प्रणालियां और छोटे किसानों के लिए बेहतर संग्रहण सुविधाएं स्थापित की जाएं।
  • फतेहपुर से श्री प्रशांत कुमार जी ने राज्य में कौशल विकास और तकनीकी शिक्षा को प्राथमिकता देने की सलाह दी, ताकि राज्य के युवा आत्मनिर्भर बनें और रोजगार के अवसर पैदा हों।
  • कुशीनगर से श्री आवदत्य विमश्र जी ने न्यायिक सुधार के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित न्यायिक प्रबंधन की सलाह दी।
  • फ़रुखाबाद से श्री रजत गुप्ता जी ने सुझाव दिया कि उत्तर प्रदेश में बड़ी कंपनियों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार को निवेश को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि रोजगार के अवसर बढ़े और राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत हो।

जनपदों के अनुसार फीडबैक:

  • जौनपुर (742,932 फीडबैक),
  • सुलतानपुर (689,573 फीडबैक),
  • गाजीपुर (337,716 फीडबैक),
  • हरदोई (221,265 फीडबैक),
  • प्रतापगढ़ (181,476 फीडबैक)

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