
कांवड़ यात्रा पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बयान देने के एक दिन बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के संभल से विधायक इकबाल महमूद ने कांवड़ यात्रा में शामिल असमाजिक तत्वों पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा में शिव भक्तों से ज्यादा गुंडे शामिल हैं. सपा विधायक ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि इन उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें जेल भेजा जाए.
मेरठ की घटना का किया जिक्र
महमूद ने मेरठ में हुई एक घटना का हवाला दिया, जहां कांवड़ियों ने एक स्कूल बस में तोड़फोड़ की थी. उन्होंने दावा किया कि यात्रा में सच्चे शिव भक्तों की संख्या कम है, जबकि उपद्रवियों की तादाद ज्यादा है. सपा विधायक ने कहा कि कांवड़ यात्रा में शिव भक्तों से ज्यादा गुंडे हैं. ये लोग तोड़फोड़ और गुंडागर्दी करते हैं, और इनका स्थान जेल में होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को उनके कृत्यों का परिणाम परलोक में भी भुगतना पड़ेगा.
क्यों की ऐसी टिप्पणी?
सपा विधायक की यह तल्ख टिप्पणी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा मार्गों पर हुई तोड़फोड़ और हमले की घटनाओं के बाद आई है. बता दें कि हाल ही में, नामपट्टियों को लेकर विवाद के कारण सड़क किनारे के ढाबों और स्टॉलों को निशाना बनाए जाने की खबरें भी सामने आई थी, जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा.
पिछले हफ्ते मेरठ में भी उपद्रव का मामला सामने आया था, जहां एक स्कूल बस के कथित तौर पर कुछ कांवड़ियों को छू लेने के बाद उन्होंने बस में तोड़फोड़ की थी. वायरल हुए वीडियो में गुस्साए कांवड़िए बस में चढ़कर ड्राइवर को पीटते और बस की खिड़कियां तोड़ते नजर आए थे.
एक अन्य घटना में, मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन टिकट को लेकर हुए विवाद के दौरान कांवड़ियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक जवान को पीटा था. इस मामले में सात कांवड़ियों को गिरफ्तार किया गया था.
प्रशासन ने कड़ा किया रुख
मारपीट की घटनाओं के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने कांवड़ यात्रा के दौरान लाठी, त्रिशूल, हॉकी स्टिक और इसी तरह की वस्तुओं को ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, शोर और सार्वजनिक उपद्रव को कम करने के लिए बिना साइलेंसर वाली मोटरबाइकों के उपयोग पर भी रोक लगाई गई है. बता दें कि यह यात्रा 23 जुलाई को समाप्त होगी.
मुख्यमंत्री का समर्थन, लेकिन उपद्रवियों को चेतावनी!
हालांकि, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ियों का जोरदार समर्थन किया है. उन्होंने पिछले हफ्ते मीडिया के एक वर्ग पर कांवड़ियों को ‘गुंडा’ और ‘आतंकवादी’ के रूप में मीडिया ट्रायल चलाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कांवड़ियों को लगातार मीडिया ट्रायल का सामना करना पड़ता है. उन्हें गुंडा और आतंकवादी कहा जाता है. यह मानसिकता भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अपमान है. साथ ही ही उन्होंने कांवड़ यात्रा में शामिल असमाजिक तत्वों को चेतावनी भी दी.









