
LUCKNOW. सावन का पावन महीना शिवभक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस माह में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना से उनकी कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। खास तौर पर सावन के हर सोमवार का विशेष महत्व होता है, जब भक्त भोलेनाथ को जलाभिषेक कर उपवास रखते हैं।
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, सावन के सोमवार को यदि श्रद्धा से कुछ विशेष नियमों का पालन करते हुए भगवान शिव की पूजा की जाए तो वे शीघ्र प्रसन्न होते हैं और जीवन की सभी बाधाएं दूर करते हैं।
बेलपत्र अर्पण का नियम और महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाना अत्यंत पुण्यदायक होता है। सावन में प्रत्येक सोमवार ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर शुद्ध जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद हरे और ताजे बेलपत्र पर “ॐ नमः शिवाय” मंत्र लिखकर भगवान शिव को अर्पित करें।
बेलपत्र अर्पण से मिलते हैं ये लाभ:
- भगवान शिव की तीसरी आंख को शीतलता मिलती है।
- जीवन की बाधाएं और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- अकाल मृत्यु और रोगों से मुक्ति मिलती है।
- भक्त को सुख, शांति और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
स्कंद पुराण, पद्म पुराण और शिव महापुराण में भी बेलपत्र के महत्व का उल्लेख मिलता है। इसलिए सावन के पवित्र महीने में इस नियम का पालन अवश्य करें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।









