Lucknow : सीएम योगी के नेतृत्व में मिशन रोजगार तहत प्रदेश में नौजवानों को रोजगार से जोड़ने की प्रक्रिया जारी है। इसके तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोकभवन सभागार में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से चयनित 701 वन दरोगाओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए। नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम पहुंचे नवनियुक्त वन दरोगाओं ने सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश में चल रहे मिशन रोजगार की सराहना करते हुए उनका धन्यवाद किया। नवनियुक्त दरोगाओं ने कहा कि योगी सरकार की वजह से ही आज प्रदेश में निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से सभी विभागों की सरकारी नौकरियों में नियुक्ति हो रही हैं।
पहले लेखपाल और आज वन दारोगा का नियुक्ति पत्र, निष्पक्षता की मिसाल ये सरकार
कानपुर देहात से आई कीर्ति सिंह वन दारोगा के पद पर नियुक्ति पत्र पा कर कहती हैं कि इसी सरकार ने मुझे इसके पहले लेखपाल के पद पर नियुक्ति दी थी और आज फिर से दूसरी नौकरी मिल रही है, अब सोचना पड़ता है कि कौन सी नौकरी सेलेक्ट करूं। अपनी बात रखते हुए कीर्ति कहती है कि ये सरकार युवाओं व महिलाओं के साथ खड़ी है, जहां पहले घर से निकलने में डर लगता था आज सरकारी विभाग में नियुक्तियां मिल रही हैं। रिक्त पड़े पदों पर पारदर्शी तरके से नियुक्ति करा कर मुख्यमंत्री ने बहुत अच्छा कार्य किया है। इस सरकार के इस शानदार पहल के लिए आभार जिसकी वजह से गरीब परिवार का बच्चा भी पूरे आत्मसम्मान के साथ परीक्षाओं में बैठ सकता है।
‘बिना भेद भाव वाले हैं हमारे मुख्यमंत्री’
लखनऊ जिले से नियुक्ति पत्र लेने लोकभवन सभागार में पहुंची श्वेता सक्सेना कहती हैं कि जहां तक उन्हें पता है अब तक ऐसी कोई सरकार नहीं आई जो कहती है कि बहुत ही निष्पक्ष तरीके से परीक्षा संपन्न कराई गई, लेकिन सीएम योगी के नेतृत्व में प्रदेश में पारदर्शी तरीके से नियुक्ति हो रहे ही, किसी के साथ किसी प्रकार का भेदभाव नहीं हुआ है। हमारे मुख्यमंत्री सभी को अवसर दिए और महिलाओं को आगे बढ़ाने का पूरा अवसर दे रहे हैं जिसका परिणाम है कि आज 140 महिलाएं वन दारोगा बन पाईं हैं।
‘ये सरकार हम युवाओं के प्रति संवेदनशील’
गाजियाबाद से शिवेंद्र कांत सिंह नवनियुक्त वन दारोगा के पद पर नियुक्ति पत्र पाकर कहा कि मुख्यमंत्री ने आदेश दिया था कि सरकारी नियुक्तियों को पारदर्शी तरीके से कराई जाए, इसी का नतीजा है कि मैं और मेरे जैसे कई नवजवान आज वन दारोगा के पद पर चयनित हो पाए हैं। आज मैं बेहद खुश हूं और इस चयन प्रक्रिया में मुझे किसी को कोई शुल्क नहीं देनी पड़ा, इन सब के लिए मुख्यमंत्री जी का बहुत बहुत आभार।
‘चयन प्रक्रिया में निष्पक्षता के लिए आभार मुख्यमंत्री’
वन दारोगा के पद पर नवनियुक्त वाराणसी के शशांक सिंह अपने नियुक्ति में सरल एवं पारदर्शी प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री का और अधिनस्त सेवा चयन आयोग का आभार जताते हुए कहते हैं कि मुझे इस नियुक्ति के लिए किसी प्रकार की कोई परेशानी हुई। प्रारंभिक परीक्षा हो, मुख्य परीक्षा हो, फिजिकल टेस्ट या फिर मेडिकल टेस्ट सभी में पारदर्शिता और निष्पक्षता का खास ख्याल रखा गया और समयबद्ध तरीके से कराया गया। मैं और मेरा पूरा परिवार इस सरकार का आभार व्यक्त करता है।
‘भर्ती परीक्षा से लेकर नियुक्ति देने तक सरकार पारदर्शी’
गाजियाबाद की कीर्ति सिंह वन दारोगा के पद पर नियुक्त होकर काफी खुश हैं। कीर्ति कहती हैं कि भर्ती परीक्षा से लेकर नियुक्ति पत्र देने तक सरकार ने पारदर्शी एवं निष्पक्षता का पूरा ख्याल रखा है। इस नियुक्ति के लिए मुझे किसी प्रकार का किसी से सिफारिश नहीं करनी पड़ी और न ही कोई शुल्क नहीं देना हुआ है। अपनी बात आगे बढ़ते हुए कीर्ति ने अपने कार्यों व अपने दायित्व का पूरी ईमानदारी से निर्वाहन करने की बात कही साथ ही पारदर्शी प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री का बहुत बहुत आभार जताया।
‘ये सरकार पूरी ईमानदारी से युवाओं को दे रही रोजगार’
जौनपुर जिले से नवीन दुबे मुख्यमंत्री का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहते हैं कि इस सरकार ने पूरी ईमानदारी से मुझे नियुक्ति प्रदान की है। कम समय में युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए ये सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और बिना किसी शुल्क के आज रोजगार मिल रहा है।