
लखनऊ– चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों ने सरकार को सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी दी हैं. अभ्यर्थी 4 साल से नियुक्ति न मिलने को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. चयनित फार्मासिस्टअभ्यर्थियों का आरोप है कि 20 मार्च को इस मामले में लखनऊ बेंच में सुनवाई होगी, लेकिन शासन की तरफ से केस लड़ने के लिए जूनियर अधिवक्ता ही भेजे जा रहे हैं.
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) March 17, 2023
➡️चयनित अभ्यर्थी ने दी सामूहिक आत्मदाह की चेतावनी
➡️चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों में आक्रोश
➡️4 साल से नियुक्ति न होने के संबंध में किया था प्रदर्शन
➡️20 मार्च को इस मामले में लखनऊ बेंच में होगी सुनवाई
➡️लखनऊ बेंच में ये मामला टॉप टेन केसेस में लगाया… https://t.co/ZynLpoxJ8L pic.twitter.com/AZg4v6kUnT
चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्टअभ्यर्थियों का कहना है कि जूनियर अधिवक्ता सही कोर्ट के समक्ष तरीके से अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में ये मामला टॉप टेन केसेस में लगाया गया है.
बता दें कि, होम्योपैथिक विभाग में फार्मासिस्ट भर्ती के लिए 2019 में विज्ञापन निकला गया था. जिसके बाद हुई परीक्षा में करीब 414 होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों चयनित हुए थे. 4 साल बाद भी नियुक्ति न मिलने से अभ्यर्थियों के सब्र का बांध टूट गया है.
चयनित होम्योपैथिक फार्मासिस्ट अभ्यर्थियों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर सरकार मांग नहीं मानती तो वो सभी सामूहिक आत्मदाह कर लेंगे. ये सभी अभ्यर्थी इको गार्डन लखनऊ में धरने पर बैठे हैं.









