
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय कपूर ने हाथ का साथ छोड़, कमल थाम लिया है। बीजेपी महामंत्री विनोद तावड़े ने बीजेपी में अजय कपूर को भाजपा में शामिल कराया है. वहां अनिल बलूनी समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
सूत्रों का दावा है कि अजय कपूर कानपुर से बीजेपी के प्रत्याशी बनाए जायेंगे। अजय कपूर कांग्रेस से विधायक भी रह चुके हैं और कानपुर में प्रभावशाली नेता के तौर पर उनकी गिनती होती है। विधानसभा स्पीकर सतीश महाना उनके नजदीकी रिश्तेदार हैं। कांग्रेस के लिए ये बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है।
अजय कपूर, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव हैं। उन्हें बिहार के सह प्रभारी की जिम्मेदारी भी दी गई थी। कानपुर से विधायक रह चुके अजय कपूर को कांग्रेस कानपुर सीट से लोकसभा चुनाव में उतारना चाहती थी। अजय कपूर 3 बार कांग्रेस से विधायक चुने जा चुके हैं। वह साल 2002 से 2017 तक अजय कपूर कानपुर की गोविंद नगर और किदवई नगर सीट से विधायक रहे हैं।
बता दें कि यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस साथ चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस 17 और समाजवादी पार्टी 63 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सपा ने अभी तक 31 सीटों पर प्रत्याशियों का एलान भी कर दिया है।









