प्रशासन की मिलीभगत से पर्यावरण का हो रहा गंभीर उल्लंघन, मंहगी ब्लास्टिंग में ग्रामीणों की जान खतरे में !

प्रशासन की मिलीभगत से पर्यावरण का हो रहा गंभीर उल्लंघन, मंहगी ब्लास्टिंग में ग्रामीणों की जान खतरे में !

Sonbhadra News : उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से एक और चिंताजनक खबर सामने आई है, जिसमें प्रशासन की मिलीभगत से पर्यावरण और स्थानीय लोगों के जीवन को खतरे में डाला जा रहा है। लाइफमैप विल्डर्स के अजय सिंह पर आरोप है कि उन्होंने M-11 विस्फोटक का गलत तरीके से दुरुपयोग किया है और आबादी क्षेत्रों में हैवी ब्लास्टिंग करवाई है, जिससे आसपास के क्षेत्रों में रह रहे ग्रामीणों की जान जोखिम में है।

आबादी क्षेत्रों में खतरनाक ब्लास्टिंग

सोनभद्र जिले के जाताजुआ, बघमंदवा और बरवाटोला जैसे इलाकों में विस्फोटक का इस्तेमाल किया जा रहा है, जहां पहले से ही प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र स्थित हैं। यह ब्लास्टिंग स्कूलों और बच्चों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रही है। हालांकि, एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) के नियमों के तहत इन क्षेत्रों में इस प्रकार की गतिविधियों पर प्रतिबंध है, लेकिन बावजूद इसके अजय सिंह के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।

पट्टा आवंटन में अनियमितता

एक और गंभीर आरोप यह है कि अजय सिंह को पट्टा आवंटित किया गया, जबकि वह ऐसे इलाके में था जहां पट्टा आवंटित नहीं किया जा सकता था। स्थानीय प्रशासन के इस कदम ने पूरे मामले को संदिग्ध बना दिया है और यह सवाल उठाता है कि प्रशासन ने इसे किस आधार पर अनुमति दी। इसने पर्यावरणीय नियमों और कानूनों की धज्जियां उड़ाई हैं।

खनन और विस्फोटक का दुरुपयोग

खबरों के अनुसार, MM-11 विस्फोटक का दुरुपयोग दुद्धी तहसील में किया जा रहा है, जहां किसी भी क्रशर प्लांट की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद, ब्लास्टिंग की जा रही है और क्षेत्र के लोगों के लिए यह अत्यधिक खतरनाक साबित हो रहा है।

संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत

इस पूरे मामले में सर्वेयर योगेश शुक्ला और खनन इंस्पेक्टर मनोज कुमार की मिलीभगत भी सामने आई है, जो इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में शामिल हैं। हालांकि, इस मामले के खुलासे के बावजूद प्रशासन और अन्य संबंधित अधिकारियों की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

स्थानीय लोगों की सुरक्षा की चिंताएं

स्थानीय लोग इस मामले को लेकर बेहद चिंतित हैं और उनका कहना है कि उनके जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए प्रशासन को तत्काल प्रभाव से कदम उठाने चाहिए। इलाके के निवासी यह भी मांग कर रहे हैं कि एनजीटी द्वारा निर्धारित नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए और M-11 विस्फोटक का दुरुपयोग रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाए।

Related Articles

Back to top button