
उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड जानलेवा साबित हो रही है। घने कोहरे और गिरते तापमान के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लखनऊ और कानपुर समेत कई जिलों में दृश्यता शून्य हो गई है, जिससे परिवहन सेवाओं पर गहरा असर पड़ा है। ट्रेन से लेकर विमान सेवाएं तक बुरी तरह प्रभावित हैं। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि आने वाले दो दिनों तक ठंड और कोहरे का कहर जारी रहेगा। अमेठी इस समय प्रदेश का सबसे ठंडा जिला बना हुआ है, जहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
ठंड के कारण अब तक राज्य में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। महोबा और फतेहपुर में दो-दो लोगों ने ठंड से दम तोड़ दिया, जबकि हमीरपुर, जालौन और मिर्जापुर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। प्रशासन इन घटनाओं पर नजर बनाए हुए है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। लखनऊ और कानपुर में दृश्यता शून्य होने से सड़क दुर्घटनाओं की आशंका भी बढ़ गई है। कोहरे के कारण ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं, कई उड़ानें रद्द या विलंबित होने से हवाई यात्रियों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
सरकार ने प्रभावित जिलों में राहत शिविर लगाने और अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। खासकर गरीब और बेघर लोगों के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने ठंड से बचाव के लिए जरूरी सलाह जारी की है, जिसमें गर्म कपड़े पहनने और घर के अंदर रहने की अपील की गई है।
ठंड के कारण स्कूलों में भी छुट्टियां बढ़ाई जा सकती हैं। प्रदेश में प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है और ठंड से जुड़ी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। लोगों से अपील की गई है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और ठंड से बचाव के उपाय करें। प्रशासन की ओर से जारी मदद और राहत योजनाओं का लाभ उठाएं।









