
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने पीएम मोदी की ऊर्जा और सक्रियता को भारत के लिए “वैश्विक मंच पर एक बड़ी संपत्ति” करार दिया। थरूर के ये बयान उस समय आए हैं जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत का प्रतिनिधित्व कर लौटे प्रतिनिधिमंडलों में वे खुद भी एक प्रमुख चेहरे थे।
थरूर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऊर्जा, सक्रियता और संवाद की इच्छा भारत के लिए एक प्रमुख संपत्ति है, जिसे और अधिक समर्थन मिलना चाहिए।” उन्होंने यह बात अंग्रेज़ी अख़बार द हिंदू में एक लेख में लिखी, जिसमें उन्होंने अमेरिका, पनामा, गयाना, कोलंबिया और ब्राज़ील की यात्रा से जुड़ी अपनी अनुभव साझा किए।
थरूर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को “राष्ट्रीय संकल्प का क्षण” बताया और कहा कि वैश्विक मंच पर भारत की एकजुटता और सार्वजनिक कूटनीति (पब्लिक डिप्लोमेसी) की अहम भूमिका है। उन्होंने विशेष रूप से वॉशिंगटन डीसी में अपनी बैठकों का ज़िक्र किया, जहां उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी प्रतिनिधियों की मौजूदगी के बावजूद अमेरिकी अधिकारियों ने भारत की चिंताओं को सराहा और आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का समर्थन किया।
थरूर ने लिखा, “पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल की उपस्थिति के बावजूद अमेरिकी अधिकारियों ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की बात कही।”
गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता 32 देशों में भारत का पक्ष रखने गए थे। यह कूटनीतिक पहल 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर दबाव बनाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।
कांग्रेस में अंदरूनी टकराव
हालांकि, शशि थरूर के इस अभियान में शामिल होने को लेकर कांग्रेस के भीतर ही विवाद खड़ा हो गया। पार्टी की ओर से जिन नेताओं के नाम सुझाए गए थे, उनमें थरूर का नाम नहीं था। फिर भी उन्हें प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई के लिए चुना गया, जिस पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कटाक्ष करते हुए उन्हें “बीजेपी का सुपर प्रवक्ता” कह डाला।
उदित राज ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “प्रिय शशि थरूर, काश! मैं पीएम मोदी को मना पाता कि वे आपको बीजेपी का सुपर प्रवक्ता और विदेश मंत्री घोषित कर देते। आपने यह कहकर कांग्रेस के स्वर्णिम इतिहास का अपमान किया कि पीएम मोदी से पहले भारत ने कभी LoC या अंतरराष्ट्रीय सीमा पार नहीं की।”
इस पोस्ट को कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने भी रीपोस्ट किया, जिससे पार्टी के भीतर मतभेद और गहरे हो गए।
थरूर की प्रतिक्रिया
विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए शशि थरूर ने कहा कि वह आलोचनाओं में समय नष्ट नहीं कर सकते। उन्होंने कहा, “एक जीवंत लोकतंत्र में आलोचनाएं स्वाभाविक हैं। लेकिन फिलहाल हमें इन पर समय नहीं गंवाना चाहिए। भारत लौटने पर हम अपने सहयोगियों और मीडिया से जरूर बातचीत करेंगे।”









