Shijar-e-Taiba investigation : इस किताब से फैलाता था छांगुर बाबा जहर…लव जिहाद को बढ़ावा देने के लिए छांगुर बाबा ने छपवाई थी विवादित किताब, ATS की जांच में खुलासा

Chhangur Baba Book Controversy. उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा से जुड़े मामलों की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। ATS की जांच में पता चला है कि छांगुर बाबा ने ‘शिजर-ए-तैयबा’ नाम की एक विवादित किताब छपवाई थी, जिसके जरिए वह धार्मिक कट्टरता और लव जिहाद को बढ़ावा दे रहा था।

सूत्रों के अनुसार, इस किताब के माध्यम से छांगुर बाबा लोगों को उकसाने और भड़काने का काम कर रहा था। जांच एजेंसियां अब किताब की भाषा, सामग्री और शब्दों की गहन जांच कर रही हैं। यह भी पता लगाने की कोशिश हो रही है कि यह किताब कहां-कहां बांटी गई और किन लोगों तक पहुंचाई गई।

लव जिहाद फैलाने की साजिश

ATS को मिले दस्तावेजों के मुताबिक शिजर-ए-तैयबा में कई आपत्तिजनक विचार और उकसावे वाले संदेश शामिल हैं, जिनका उद्देश्य युवाओं को कट्टर विचारधारा की ओर धकेलना और अंतरधार्मिक वैवाहिक संबंधों के जरिए सुनियोजित एजेंडा फैलाना था।

जांच एजेंसियों को शक है कि छांगुर बाबा इस किताब के जरिए योजनाबद्ध तरीके से ‘लव जिहाद’ का नेटवर्क खड़ा कर रहा था।

ईडी की भी एंट्री, आर्थिक लेन-देन की जांच शुरू

इस प्रकरण में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी सक्रियता बढ़ा दी है। सूत्रों के अनुसार, छांगुर बाबा के करीबियों और सहयोगियों के बैंक खातों, जमीन खरीद-फरोख्त और संदिग्ध लेन-देन की जांच शुरू हो गई है।

ED यह भी जांच कर रही है कि किताब की छपाई में किन स्रोतों से फंडिंग हुई और क्या इसमें विदेशी फंडिंग या हवाला का इस्तेमाल तो नहीं हुआ।

नेटवर्क की तलाश में ATS

ATS ने छांगुर बाबा के संपर्क में रहे प्रभावित युवाओं और धार्मिक स्थलों पर नजर रखनी शुरू कर दी है। जांच एजेंसी यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या यह कोई अकेला मामला है या इसके पीछे एक बड़ा संगठित नेटवर्क है जो धार्मिक भावनाओं को भड़काकर सामाजिक वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहा है।

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