शिवपाल-राजभर के बगावती तेवर से सपा खेमे में मची खलबली, द्रौपदी मुर्मू के बहाने BJP ने चला मास्टर स्ट्रोक!

राजा भैया ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की बाद कही. इसी बीच राजभर और शिवपाल यादव के सीएम आवास पहुंचने पर यूपी के सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया. तरह-तरह के कयासों के सिलिसिले लगाए जाने लगे. सपा गठबंधन में दरारों के कयास पुख्ता होने लगे.

शुक्रवार का दिन यूपी की राजनीति के लिहाज से एक बेहद अहम दिन रहा. देश में राष्ट्रपति का चुनाव होने वाला है. ऐसे में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रहीं. यहां उन्होंने सांसदों और विधायकों के साथ बैठक की और अपने लिए समर्थन मांगा. इस दौरान उन्होंने कानून व्यवस्था से लेकर कई दूसरे मुद्दों पर उत्तर प्रदेश की सराहना की.

राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के लखनऊ आगमन के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री आवास पर रात्रि भोज का भी आयोजन किया गया था. इसमें प्रदेश की सत्ताधारी दल NDA के नेताओं के अलावा समाजवादी पार्टी गठबंधन के तमाम कद्दावर नेता शामिल हुए. सपा गठबंधन के घटक दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar) और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने भी लखनऊ के 5 कालिदास मार्ग स्थित सीएम आवास पर आयोजित रात्रिभोज में शिरकत की.

सपा गठबंधन के इन दोनों कद्दावर नेताओं के अलावा बहुजन समाज पार्टी (BSP) के विधायक उमाशंकर सिंह और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) भी रात्रिभोज में शामिल हुए. रात्रिभोज के बाद रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने मीडिया से बातचीत की और उन्होंने कहा द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद किया.

उन्होने कहा – ” वर्तमान भारतीय परिस्थितियों में द्रौपदी मुर्मू जी का प्रत्याशी बनाया जाना महत्वपूर्ण है. उसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को साधुवाद. यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी या एनडीए के साथ जो दल नहीं हैं वो भी आदरणीय मुर्मू जी का समर्थन कर रहे हैं.” राजा भैया ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की बाद कही.

इसी बीच राजभर और शिवपाल यादव के सीएम आवास पहुंचने पर यूपी के सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया. तरह-तरह के कयासों के सिलिसिले लगाए जाने लगे. सपा गठबंधन में दरारों के कयास पुख्ता होने लगे. इधर शिवपाल यादव ने भी समाजवादी पार्टी के खिलाफ बगावत के सुर तेज करते हुए कहा- जहां हमे बुलाया जाएगा,वहां हम जाएंगे, जो हमसे वोट मांगेगा हम उसे वोट देंगे.

शिवपाल ने यह भी कहा कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें निमंत्रण दिया था और राष्ट्रपति प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करने की बात कही. बहरहाल, दोनों नेताओं की समाजवादी पार्टी गठबंधन के खिलाफ बगावती तेवरों से सपा के लिए उधेड़बुन की स्थिति बनी हुई है. अब देखना होगा कि आखिर सपा प्रमुख अखिलेश यादव का इस बड़ी राजनैतिक गतिविधि को लेकर क्या रणनीति रहने वाली है.

Related Articles

Back to top button