
Kaushambi महिला सुरक्षा के दावों पर एक और काला धब्बा! मानवता शर्मसार कर देने वाली एक वारदात… जिसने कौशाम्बी को हिलाकर रख दिया। पश्चिमशरीरा थाना क्षेत्र में एक 25 वर्षीय युवती को अपनी ही छत पर निर्वस्त्र अवस्था में मृत पाया गया, सोचे कितनी शॉक वाली बात हैं…. अब बेटियां घर में भी सुरक्षित नहीं हैं…? उसका खुद का घर जहां वह निश्चिंत होकर सो रही थी।
मानवता के खिलाफ एक जघन्य युद्ध
इतना ही नहीं जांच में सामने आई सच्चाई ने पूरे जिले को झकझोर दिया – पहले सामूहिक बलात्कार, फिर धारदार हथियार से सिर काटकर हत्या! यह घटना न सिर्फ यूपी पुलिस के लिए बड़ा सवाल खड़ा करती है, बल्कि महिला सुरक्षा के दावों की पोल भी खोलती है। यह सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि मानवता के खिलाफ एक जघन्य युद्ध है, जिसमें प्रशासन और समाज दोनों फेल साबित हुए हैं।
क्या हुआ था?
रविवार की रात जब पूरा गांव सो रहा था, कुछ दरिंदों ने छत पर सो रही युवती को निशाना बनाया। पहले उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, फिर उसकी गर्दन काटकर हत्या कर दी गई। सुबह जब परिजनों ने छत पर खून से लथपथ शव देखा, तो पूरा इलाका सदमे में आ गया। पड़ोसियों ने सुबह देखा तो पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे एसपी व अन्य अधिकारियों ने युवती का निर्वस्त्र शव पाया, जिसका सिर धारदार हथियार से काट दिया गया था।
पुलिस की ‘रटी-रटाई’ कार्रवाई
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक टीम व कुत्ता दस्ते को मौके पर बुलाया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पीड़िता के परिवार से पूछताछ की जा रही है। पुलिस संभावित आरोपियों की तलाश में जुटी है।
क्या कहती है आंकड़ों की कहानी?
एनसीआरबी डेटा के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में हर दिन औसतन 10 बलात्कार के मामले दर्ज होते हैं। वही एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार, “यूपी में 67% बलात्कार मामलों में देरी से गिरफ्तारी होती है……..
क्या मिलेगा इंसाफ?
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के नारों वाले राज्य में एक और बेटी की नृशंस हत्या ने महिला सुरक्षा के तमाम दावों को ध्वस्त कर दिया है। ये घटना यूपी पुलिस की ‘वूमन पावर लाइन’ और ‘1090’ जैसी योजनाओं की पोल खोलती है। ऐसा भी नहीं हैं कि ये कोई पहला मामला हैं। इससे पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठते रहे हैं।









