
राजधानी में बहुचर्चित तेल व्यापारी श्रवण साहू हत्याकांड में एसएसपी रही मंजिल सैनी की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही है. मामले में जाँच कर रही सीबीआई ने श्रवण साहू की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही को चूक माना है. जिसके लिए तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें सुरक्षा में लापरवाही का दोषी माना है और राज्य सरकार को पत्र लिखकर उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही की संस्तुति की है.
1 फरवरी 2017 को श्रवण साहू सआदतगंज स्थित अपने घर के बाहर दुकान पर बैठे हुए थे तभी दिनदहाड़े पिस्टल लेकर पहुंचे दो बदमाशों ने गोली मारकर श्रवण साहू को मौत की नींद सुला दिया था. इससे पहले 2013 में श्रवण साहू के बेटे आयुष साहू की गोली मारकर हत्या की गई थी. जिसमे अकील अंसारी व् उसके अन्य साथियो का नाम सामने आया था.
पिता श्रवण ने मुकदमा दर्ज करवाया था और वो हत्यारों को सजा दिलाने के लिए कोर्ट में पैरवी कर रहे थे. अकील की ओर से लगातार धमकी दी जा रही थी कि वो मामले में पैरवी ना करे. जिसके बाद श्रवण ने अपनी और परिजन की सुरक्षा को लेकर तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी से गुहार लगाई थी लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं मिली और बाद में उनकी भी हत्या कर दी गई. पिछले पांच साल से मामले की जाँच कर रही सीबीआई ने माना कि यदि श्रवण को पुलिस सुरक्षा मिली होती तो उनकी जान बच सकती थी. श्रवण के परिजन इस फैसले का स्वागत कर रहे है और अकील वव अन्य हत्यारो की फांसी की मांग कर रहे है.
सीबीआई की जाँच में ये खुलासा हुआ कि तत्कालीन एसएसपी मजिल सैनी ने मौखिक सुरक्षा का आदेश पुलिस अधिकारियो को दिया था. जिसका पालन जिम्मेदार पुलिस अधिकारियो की ओर से नही किया गया और श्रवण साहू को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई जबकि श्रवण लगातार अपनी जान का को खतरा बता रहे थे. इतना ही नहीं श्रवण को बेटे की हत्या की पैरवी से हटाने के लिए आरोपी अकील ने साजिशन उलटा श्रवण के खिलाफ फर्जी मुकदमा भी दर्ज करा दिया था. जिसमे तमाम पुलिसकर्मियो की भूमिका भी सामने आई थी.
मौजूदा समय में मंजिल सैनी पदोन्नति पाकर डीआईजी हो चुकी है और राष्टीय मानवाधिकार आयोग में तैनात है. बहरहाल जिस तरह से सीबीआई ने अपनी जाँच में तत्कालीन एसएसपी मंजिल सैनी को श्रवण की सुरक्षा में बड़ी चूक का दोषी माना है. और इस लापरवाही के लिए राज्य सरकार से उनके खिलाफ विभागीय जाँच की मांग की है जिसके बाद मंजिल सैनी की मुश्किले बढ़ सकती है.









