
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आगरा पहुंचकर राज्य सरकार पर दलित और अल्पसंख्यक विरोधी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने सपा सांसद रामजीलाल सुमन के आवास का दौरा किया और उनके परिवार से मुलाकात की। अखिलेश ने दावा किया कि सुमन के घर पर हमला एक पूर्वनियोजित साजिश थी, जिसमें उनके घर में तोड़फोड़ की गई और उन्हें गोली मारने की धमकी दी गई।
आगरा में मारा गया दलित दूल्हा
अखिलेश यादव ने कहा कि यह हमला अचानक नहीं हुआ बल्कि सत्ता संरक्षण में हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि आगरा में तलवारें लहराई गईं और दलित समाज के दूल्हे को मारा गया, लेकिन अब तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने दावा किया कि आगरा हिंसा के पीछे सरकार की फंडिंग है और यह घटना पीडीए नेताओं को डराने की कोशिश का हिस्सा है।
थानों बैठे सिंह साहब, जाति विशेष के लोगों पर नही हो रही कार्रवाई
प्रयागराज में भी दलित की निर्मम हत्या का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में जाति विशेष के लोगों पर कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने कहा कि थानों में ‘सिंह साहब’ बैठे हैं और दलित-पिछड़े युवा आज भी आरक्षण से वंचित हैं। उन्होंने खुद को गोली मारने की धमकी दिए जाने की बात भी कही।
अखिलेश ने स्पष्ट कहा कि संविधान ही सर्वोपरि रहेगा और बीजेपी का असली चेहरा दलित और पिछड़ा विरोधी है।









