लद्दाख में सोनम वांगचुक गिरफ्तार; हिंसा में 4 की मौत, लेह में मोबाइल इंटरनेट सेवा शटडाउन

Sonam Wangchuk Arrest. पर्यावरण कार्यकर्ता व शिक्षक सोनम वांगचुक को लद्दाख पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डीजीपी एसडी सिंह जामवाल के नेतृत्व में पुलिस ने वांगचुक को हिरासत में लिया। उनकी गिरफ्तारी उस हिंसक घटनाक्रम के बाद हुई जिसमें ‘लेह एपेक्स बॉडी’ (एलएबी) द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान हुए संघर्ष में चार लोगों की मौत और लगभग 90 घायल हुए। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस हिंसा के लिए वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया है।

मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद

घटना के बाद सुरक्षा कारणों से लेह में मोबाइल इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है। अधिकारीयों ने कहा कि इससे अफवाहों के प्रसार और दुष्प्रचार को रोका जा सकेगा और कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। इंटरनेट बंदी के चलते प्रभावित इलाके में सूचना संचार सीमित रहे और कई समाचार-संचार माध्यमों में रिपोर्टिंग पर असर पड़ा।

FCRA लाइसेंस रद्द

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने वांगचुक के द्वारा बनाए गए NGO स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का FCRA लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। मंत्रालय ने कहा कि NGO के खातों में कथित गड़बड़ियों के साथ स्वीडन से हुए मनी ट्रांसफर जैसी बातों की जांच की जा रही है और इसे राष्ट्रीय हित के खिलाफ माना गया है। वांगचुक ने मीडिया को बताया था कि वह NGO के लिए दाता हैं और वहीं पढ़ाते हैं।

हिंसा और जवाबी कार्रवाई

बंद के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और शहर के कुछ हिस्सों में आगजनी की घटनाएँ भी सामने आईं , जिसमें एक बीजेपी कार्यालय में आग लगने की सूचना मिली। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। घटना के चलते प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा बल तैनात कर दिए और आसपास के इलाकों से अतिरिक्त फोर्स बुलाए गए।

वांगचुक की प्रतिक्रिया

वांगचुक ने पहले ही कहा था कि सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही है और उन पर जन सुरक्षा अधिनियम के तहत केस चलाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि वे जेल जाने को तैयार हैं और फिलहाल इस दिशा में हो रही कार्रवाई का सामना करेंगे।

न्यायिक जांच की मांग

कांग्रेस ने लेह में हुई हत्याओं की न्यायिक जांच की मांग की है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि उनके सहयोगी ने उपराज्यपाल को पत्र भेजकर 24 सितंबर की घटनाओं की स्वतंत्र जांच की मांग की है।

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