कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने सोमवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के कक्षा 10 वीं के प्रश्नपत्र में उद्धृत एक विवादास्पद अपठित गद्यांश (Unseen Passage) का मुद्दा उठाया। उन्होंने प्रश्न का हवाला देते हुए लोकसभा को बताया, “इसमें महिलाओं की स्वतंत्रता का कारण उनके सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं की एक विस्तृत विविधता जैसे विवादस्पद बयान को बताया गया है।”
सोमवार को सदन में कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से इस प्रश्न के लिए माफी मांगने की अपील की। साथ ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से अपने पाठ्यक्रम में लिंग संवेदनशीलता मानक की समीक्षा करने के लिए कहा। दरअसल पिछले सप्ताह कक्षा 10वीं की परीक्षा के एक प्रश्न पत्र में एक विवादास्पद अपठित गद्यांश जो कि “स्पष्ट रूप से गलत” था, को उद्धृत किया गया था।
सोनिया गांधी द्वारा संसद में इस मुद्दे को उठाने के तुरंत बाद, CBSE ने एक बयान जारी करते हुए प्रश्न को हटाने की घोषणा की। CBSE ने यह स्वीकार किया कि यह प्रश्न बोर्ड के दिशानिर्देशों के अनुसार नहीं था। इस पूरे मामले को विषय विशेषज्ञों की एक समिति के पास भेजा गया था। उनकी सिफारिशों के बाद, प्रश्न पत्र श्रृंखला JSK/1 के गद्यांश संख्या 1 और उसके साथ आने वाले सभी प्रश्नों को हटाने का निर्णय लिया गया है। CBSE बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने कहा, इस गद्यांश के लिए सभी संबंधित छात्रों को पूर्ण अंक प्रदान किए जाएंगे।