
समाजवादी पार्टी ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए हर बूथ पर PDA प्रहरी नियुक्त करने की घोषणा की है। इस फैसले के साथ पार्टी ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह चुनाव आयोग के एसआईआर के खिलाफ पूरी तरह से सड़कों पर उतरने के लिए तैयार है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पहले भी कहा था कि मतदाता सूची, मतदान बूथ और ईवीएम मशीनों की रक्षा करना अब पार्टी की प्राथमिकता है।
पार्टी ने यह कदम विशेष रूप से उत्तर प्रदेश में हो रहे एसआईआर (स्पेशल इंस्पेक्शन रजिस्टर) के संदर्भ में उठाया है, जिसे लेकर समाजवादी पार्टी पहले से ही अलर्ट मोड में थी। जब बिहार में एसआईआर का आयोजन किया गया था, तभी से अखिलेश यादव ने स्पष्ट रूप से यह कहा था कि उत्तर प्रदेश में इस मुद्दे को लेकर उनकी तैयारियां पूरी हैं और वे हर बूथ पर इस प्रक्रिया को मापने के लिए काम कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने इस पहल को और स्पष्ट करते हुए बताया कि पार्टी ने एसआईआर के संदर्भ में अपनी रणनीति को मजबूत किया है। उन्होंने बताया कि इस अभियान में पार्टी के कार्यकर्ताओं को जरूरी कागजात इकट्ठा करने के निर्देश भी दिए गए हैं, जो चुनाव आयोग द्वारा एसआईआर के लिए जरूरी माने गए हैं।
पार्टी का मानना है कि इस कदम से न केवल उनके कार्यकर्ताओं की ताकत बढ़ेगी, बल्कि चुनाव आयोग के खिलाफ चल रहे माहौल को भी अपने पक्ष में किया जा सकेगा। यह कदम पार्टी की एक सियासी चाल है, जिसके माध्यम से समाजवादी पार्टी अपनी स्थिति को और मजबूत करना चाहती है। इसके साथ ही एसआईआर के खिलाफ चल रहे विरोध को भी उन्होंने अपनी रणनीति के तहत और प्रभावी बनाने की कोशिश की है। समाजवादी पार्टी का कहना है कि वे किसी भी हाल में एसआईआर को लेकर पूरी तरह से सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं और इस मुद्दे पर चुनाव आयोग के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से तैयार करेंगे।









