लखनऊ- उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की जंग होने वाली है.10 सीटों पर सियासी दल अपना दमखम दिखाएंगे, उपचुनाव में हाईलाइट सीटों पर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच में कांटे की टक्कर होगी.
इसी कड़ी में बता दें कि अखिलेश यादव के इस्तीफे से खाली हुई मैनपुरी की करहल सीट पर प्रत्याशी का ऐलान हो गया. करहल पहुंचे सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने इस सीट से प्रत्याशी का ऐलान कर दिया.दिवाकर समाज के सम्मेलन में भाग लेने आए सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने इस सीट से तेज प्रताप यादव के चुनाव लड़ने का ऐलान करने के साथ ही यह भी कहा कि सभी लोग मिलकर उन्हें ही जिताएं.रामगोपाल के इस बयान के बाद करहल विधानसभा सीट के उपचुनाव में सपा के चेहरे की तस्वीर साफ हो गई है.
करहल सीट का जातीय समीकरण ?
करहल विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण की बात करें तो करहल में करीब 1लाख 30,000 यादव हैं. वहीं अनुमान के मुताबिक इस सीट पर अनुसूचित जाति के 60 हजार मतदाता भी हैं. इसके साथ ही 50 हजार शाक्य, 30 हजार ठाकुर,30 हजार पाल-बघेल, 25 हजार मुस्लिम, 20 हजार लोधी, 20 हजार ब्राह्मण और 15 हजार बनिया समाज के मतदाता हैं.
करहल सीट कैसे हुई खाली
मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद खाली हुई है. 2022 में अखिलेश यादव करहल से विधायक चुने गए थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में कन्नौज से सांसद बने और फिर उन्होंने करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे दिया. यह सीट अब समाजवादी पार्टी के लिए अखिलेश यादव के गढ़ वाली सीट है.
दूसरी ओर बीजेपी ने भी उपचुनाव के लिए अपनी कमर कस ली है. उपचुनाव को लेकर सीएम की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक हुई.भाजपा ने नौ सीटों के लिए नाम फाइनल किए है.
बता दें कि 27 नामों का पैनल फाइनल किया है.सीएम की मौजूदगी में कोर कमेटी की बैठक हुई.बैठक में कई दावेदारों के नाम पर मंथन हुआ था. जानकारी के अनुसार,रालोद के खाते में मीरापुर सीट रहेगी. निषाद पार्टी को सीट देने पर संशय है. दिल्ली में सभी नामों पर अंतिम मुहर लगेगी.