
नई दिल्ली; आज का दिन देश के इतिहास में दर्ज हो गया. अभी तक अग्रेजों के कार्यकाल में बनी संसद में दोनों सदनों की कार्यवाही संचालित होती थी. लेकिन आजादी के करीब 75 वर्षों के बाद देश में पहली बार दोनों सदनों की कार्यवाही नए संसद भवन में संचालित हुई. इसके अलावा नए संसद भवन में पहला बिल जो पेश हुआ वह महिलाओं के आरक्षण से जुड़ा था. जो कई मायनों में अहम है.
#WATCH सरकार को 9 साल पूरे हो गए हैं। अगर इन्हें महिला आरक्षण बिल लाना था तो ये पहले ला सकते थे। ये इसे आखिरी साल में ला रहे हैं, जब चुनाव हैं…सपा ने हमेशा इसका समर्थन किया है और हम सभी चाहते हैं कि OBC महिलाओं का भी इसमें आरक्षण निर्धारित हो क्योंकि जो आखिरी पंक्ति में खड़ी… pic.twitter.com/YYHxORElkA
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 19, 2023
नए संसद भवन के लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचीं सपा सांसद ने भी महिला आरक्षण बिल का समर्थन किया. लेकिन उन्होंने केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि सरकार को 9 साल पूरे हो गए हैं. अगर इन्हें (केंद्र सरकार) महिला आरक्षण बिल लाना था, तो ये पहले ला सकते थे. ये इसे आखिरी साल में ला रहे हैं, जब चुनाव हैं.
आगे डिंपल यादव ने अपनी पार्टी का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि सपा ने हमेशा इसका समर्थन किया है और हम सभी चाहते हैं कि OBC महिलाओं का भी इसमें आरक्षण निर्धारित हो क्योंकि जो आखिरी पंक्ति में खड़ी महिलाएं हैं. उन्हें उनका हक मिलना चाहिए.








