लोकसभा चुनाव के पहले समाजवादी पार्टी ने कोलकाता में चुनावी रणनीति पर मंथन किया था। जिसके बाद लोकसभा चुनाव में रणनीति भी सफल रही और नतीजों से यूपी में नया इतिहास भी रच दिया। लोकसभा चुनाव में इतिहास रचने के बाद सपा अपने विस्तार के सपनों को धार देने के मायानगरी मुंबई को चुनाव है। जहाँ पर सभी 37 सांसदों का आज स्वागत समारोह होगा आगामी चुनाव पर रणनीति बनेगी।
लखनऊ : सपा के सभी 37 सांसदों का आज मुंबई में स्वागत समारोह
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) July 19, 2024
➡महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी सपा
➡इंद्रजीत सरोज विधानसभा चुनाव के प्रबंधन में लगाए गए हैं
➡अबू आजमी प्रदेश अध्यक्ष,मुस्लिम-दलित समीकरण पर नजर
➡गठबंधन के तहत महाराष्ट्र,झारखंड,हरियाणा में लड़ने की… pic.twitter.com/pV2mL2OQ1L
महाराष्ट्र में पार्टी का ‘मोमेंटम’ बनाने के लिए स्वागत समारोह के बहाने शक्ति प्रदर्शन की भी रूपरेखा तैयार की गई है। राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज को महाराष्ट्र के विधान सभा के चुनाव को लेकर प्रबंधन मे लगाया गया है। अबू अजमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष है मुस्लिम दलित समीकरण पर भी पार्टी ने नजर बना रखी है। महाराष्ट्र मे सपा ने 2009 मे 4 सीट 2014 मे 1 सीट 2019 मे दो सीट जीत कर आयी थी। ऐसे मे इस बार के चुनाव मे तीस सीटों पर लड़ने का मन बनाया है।
सपा देश के सबसे बड़े प्रदेश यूपी की सत्ता में तीन बार काबिज हो चुकी है। 80 लोकसभा सीटों वाली यूपी में दो बार आम चुनाव में यूपी की नंबर एक पार्टी भी बनी है, लेकिन अब तक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल नहीं कर पाई है। इस बार के लोकसभा चुनाव में देश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सपा ने सबका ध्यान खींचा है और इतिहास रच दिया है। और पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल कराने के लिए प्रदेश के बाहर भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
मुंबई मे आज सबसे सपा की सभी सांसद बाबा साहब को नमन करने चैत्यभूमि जाएगे। उसके बाद छत्र पति शिवाजी को नमन करेंगे इसके बाद सिद्धिविनायक मंदिर मे जाकर माथा टेकेंगे। इसके बाद बांदा के एक होटल में ‘विजय उत्सव’ मनेगा। कार्यक्रम की रूपरेखा इस तरह से तय की गई है कि महाराष्ट्र के उन सभी प्रतीकों तक पहुंचा जाए जिससे भाजपा व उसके सहयोगी असहज हों, लेकिन ध्रुवीकरण की राजनीति की जमीन तैयार न हो।