एलोन मस्क (Elon Musk) की एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) को भारत में अपनी स्टरलिंक इंटरनेट सेवा लांच करनी है, लेकिन इसमें उन्हें एक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इंटरनेट सेवा को लांच करने के लिए उन्हें भारत सरकार से अनुमति लेनी पड़ेगी जो अब तक उन्होंने नहीं ली है। दरअसल हाल ही में भारत सरकार ने अपने लोगों को भारत में स्टारलिंक इंटरनेट सेवाओं को नहीं खरीदने की चेतावनी दी थी क्योंकि यह अभी तक देश में लाइसेंस प्राप्त नहीं है।
एक मीडिया साइट पर छपी रिपोर्ट में कहा गया है कि अब, SpaceX कंपनी 31 जनवरी, 2022 तक वाणिज्यिक परमिट के लिए आवेदन करना चाहती है। जिससे देश में इसके इंटरनेट सेवा की लॉन्चिंग में आगे कोई अवरोध उत्पन्न नहीं होगा और स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड के लॉन्चिंग के साथ ही भारत के यूजर्स को एक नए इंटरनेट सेवा का बेहतर अनुभव दिया जा सकेगा।
भारत में स्टारलिंक के प्रमुख संजय भार्गव ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में कहा,”अगर हम किसी बड़े अवरोध से नहीं गुजरते हैं तो हमें उम्मीद है कि 31 जनवरी, 2022 को या उससे पहले तक हम वाणिज्यिक लाइसेंस के लिए आवेदन कर देंगे।” SpaceX ने यह निर्णय तब लिया है जब सरकार ने स्टारलिंक को अपनी उपग्रह इंटरनेट सेवाओं (Satellite Internet Services) के लिए प्री-बुकिंग लेने से रोक दिया था, क्योंकि कंपनी के पास इसका लाइसेंस नहीं था।
भार्गव ने कहा कि लोगों को स्टारलिंक इंटरनेट कब मिल सकता है, इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, उन्होंने संभावित ग्राहकों से इस पर सावधानीपूर्वक विचार करने का आग्रह किया कि क्या स्टारलिंक उनके लिए एक जरुरी Broadband Solution हो सकता है या नहीं?