‘मेजर ध्यानचंद’ की जयंती पर बोलें CM Dhami, उच्च कोटि का प्रशिक्षण देने के लिए लगातार प्रयास कर रही सरकार

राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले 'मेजर ध्यानचंद' की जयंती पर उत्तराखंड में होने जा रहे 38 में राष्ट्रीय खेलों का आगाज हो गया. ऐसे में राष्ट्रीय खेल दिवस पर देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि पेरिस ओलंपिक के पदक विजेताओं परमजीत बिष्ट, सूरज पंवार, अंकिता ध्यानी व लक्ष्य सेन को को 50-50 लख रुपए का चेक सम्मान स्वरूप प्रदान किया.

Dehradun : राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले ‘मेजर ध्यानचंद’ की जयंती पर उत्तराखंड में होने जा रहे 38 में राष्ट्रीय खेलों का आगाज हो गया. ऐसे में राष्ट्रीय खेल दिवस पर देहरादून के परेड ग्राउंड स्थित बहुउद्देशीय क्रीड़ा हाल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि पेरिस ओलंपिक के पदक विजेताओं परमजीत बिष्ट, सूरज पंवार, अंकिता ध्यानी व लक्ष्य सेन को को 50-50 लख रुपए का चेक सम्मान स्वरूप प्रदान किया.

आपको बता दें कि कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर खेल मंत्री रेखा आर्य और साथ में बड़ी संख्या में खिलाड़ी उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीबीटी के मध्यम से 7 करोड़ 4 लाख की धन राशि सीधे 3900 खिलाड़ियों के खाते में ट्रांसफर की. इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्य ने कहा कि उत्तराखंड 38 वे राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है. उत्तराखंड में खेल अवस्थाना सुविधाओं का विकास किया जा रहा है. उन्हें उम्मीद है कि ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ी उत्तराखंड की झोली में गोल्ड मेडल लाएंगे.

ऐसे में कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों को खेल की शपथ दिलाते हुए सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड में खेलों के विकास के लिए मजबूत इकोसिस्टम विकसित किया जा रहा है. खिलाड़ियों को उच्च कोटि का प्रशिक्षण देने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. सरकार ने राज्य में नई खेल नीति लागू की है. उत्कृष्ट खिलाड़ियों को उत्तराखंड खेल रत्न पुरस्कार के साथ-साथ हिमालयन खेल रत्न पुरस्कार भी प्रदान किया जा रहे हैं. खिलाड़ियों व कोच के वेतन भत्तों, किट आदि के के लिए धनराशि में वृद्धि की गई है. खिलाड़ियों के अच्छे प्रशिक्षण के लिए सरकार ने खेल विश्वविद्यालय बनाने का फैसला किया है. प्रदेश के लिए मेडल लाने वाले 31 खिलाड़ियों को अभी तक नौकरियां दी जा चुकी हैं. राज्य की खेल प्रतिभा को निखारने के लिए सरकार हर संभव प्रयास करेगी.

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