
Desk : श्रीलंका में आर्थिक संकट काफी गहरा गया है. इस बीच महंगाई से परेशान लोग जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को घेर लिया. जिसके बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे आवास छोड़कर भाग गए. प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के आवास के बाहर काफी हंगामा किया प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन के अंदर भी घुस गए. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया है.
मीडिया सूत्रों की माने तो कोलंबो में विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प भी हुई है. पुलिस ने कई बार आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया है. कई मौकों पर, सशस्त्र बलों ने गोला बारूद भी दागा है. पुलिसकर्मियों समेत कई लोग जख्मी हुए हैं. पुलिस ने वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया है.
देश के सामने भुखमरी का संकट
गौर हो कि आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की हालत लगातार बदतर होती जा रही है. देश के आम लोग महंगाई से त्रस्त हैं. काफी दिनों से लोग तेल और बिजली संकट से जूझ रहे हैं. वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्रामकी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 62 लाख से अधिक लोग भुखमरी की ओर बढ़ रहे है.रिपोर्ट के मुताबिक श्रीलंका में हर 10 में 3 घरों में भुखमरी का संकट गहरा गया है.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इन लोगों को यह तक नहीं पता कि इनके अगले भोजन का इंतजाम कैसे होगा.श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच महंगाई दर रिकॉर्ड 57 फीसदी को पार कर गई है. जिस कारण 5 में से 2 परिवार पोषण युक्त आहार से वंचित हो गए है.वहीं, क्रूड आयल की समस्या के कारण भी सरकार ने अगले आदेश तक सभी स्कूल सरकारी दफ्तरों को बंद कर दिया है.
जिसके कारण देश की युवा पीढ़ी का भविष्य भी अधर में लटक गया है. 1948 में स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. देश में जरूरी चीजों की कमी हो गई है. तेल आपूर्ति की कमी ने स्कूलों और सरकारी कार्यालयों को अगली सूचना तक बंद करने के लिए मजबूर कर दिया है. यही वजह है कि प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और उनसे इस्तीफे की मांग की जा रही है.मीडिया रिपोर्ट की माने तो राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए है.








