
हल्द्वानी के लालकुआं में वन अनुसंधान केंद्र ने फाइकस गार्डन विकसित किया है जो कि उत्तराखंड का पहला फाइकस पार्क है, जिसे जल्द लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। जिसमें फाइकस की डेढ़ सौ दुर्लभ प्रजातियों को संरक्षित किया गया है।
वन अनुसंधान केंद्र द्वारा मैदानी व पर्वतीय इलाकों के साथ ही अंडमान निकोबार, मेघालय, त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, मिजोरम, उड़ीसा, गुजरात, मध्य प्रदेश समेत तमाम क्षेत्रों में उगने वाले 121 फाइकस प्रजाति के पौधों को संरक्षित किया गया है। जिनमें से कई ऐसे पौधे हैं जो विलुप्त प्राय हैं। वन विभाग द्वारा स्थापित फाइकस पार्क में पीपल, बरगद, पाखड़, गूलर, श्रीकृष्ण पीपल, अंजीर समेत तमाम प्रजातियां रोपी गई है। वर्तमान में फाइकस पार्क लोगों का आकर्षण का केंद्र बनने लगा है।









