राजस्थान के उदयपुर में हुए चाकूबाजी कांड में एक छात्र बुरी तरह घायल हो गया था। जिसका इलाज पिछले कई दिनों से चल रहा था। सरकारी स्कूल में हुए इस कांड में एक छात्र की ओर से दूसरे छात्र पर चाकू से हमला किए जाने से घायल छात्र देवराज की आज 19 अगस्त सोमवार शाम पांच बजे के करीब मौत हो गई। डॉक्टरों ने घायल नाबालिग छात्र देवराज को मृत घोषित कर उसकी बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। छात्र की मौत के बाद उदयपुर के एमबी अस्पताल के बाहर पुलिस का भारी जाब्ता तैनात कर दिया गया है। बता दें कि मौके पर उदयपुर ग्रामीण विधायक फूल सिंह मीणा, एसपी योगेश दाधीच और जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल मौजूद हैं। अस्पताल के बाहर विभिन्न संगठनों के लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। पुलिस प्रशासन की ओर से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
4 दिन तक गुमराह करते रहने का आरोप
छात्र देवराज की मौत के बाद विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ता अस्पताल के इमरजेंसी गेट पर एकत्रित होने लगे हैं। लोगों आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस और प्रशासन की ओर से लगातार चार दिन तक गुमराह किया गया। पिछले तीन चार दिन से यही कहा जा रहा था कि बेहतर इलाज के लिए दिल्ली या जयपुर लेकर जाएंगे। सोमवार को ये दावा किया गया था कि छात्र ठीक हो सकता है। फिर अचानक शाम पांच बजे घायल छात्र को मृत घोषित किया और उसके शव को मुर्दाघर ले जाया गया। लोगों का कहना है कि अचानक ऐसा क्या हो गया कि छात्र को मृत घोषित कर दिया गया। उधर परिजनों ने हत्या के दोषियों के लिए सख्त सजा की मांग की है।
उदयपुर में तनाव का माहौल
देवराज की मौत के बाद अलग-अलग संगठनों के कार्यकर्ताओं की ओर से उदयपुर के एमबी अस्पताल की इमरजेंसी को घेर लिया। इसके बाद पुलिस प्रशासन से खफा लोगों ने जमकर नारेबाजी की। गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने लोगों शांती बनाए रखने की अपील की। जवाहर सिंह ने कहा कि ये घटना दुखद है। लोगों के गुस्से को देखते हुए मौके पर पुलिस का भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर के सभी बाजारों में और सभी चौराहों पर पुलिस की टीमें तैनात कर दी गईं हैं। फिलहाल उदयपुर में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद है और चप्पे चप्पे पर पुलिस बल को तैनात किया गया है।