
Landslide J&K, Damage in Doda. जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में मंगलवार को लगातार बारिश के चलते हालात गंभीर हो गए हैं। विशेषकर डोडा जिले में अचानक बादल फटने से बाढ़ आ गई, जिससे 10 घरों को नुकसान पहुंचा और कई जगहों पर भूस्खलन भी हुआ। प्रशासन और राहत कार्यकर्ता मौके पर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हैं।
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि उन्होंने डोडा के डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह से बात की है। मंत्री ने कहा भलेसा के चरवा इलाके में अचानक बाढ़ की सूचना मिली है। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। प्रशासन स्थिति पर पूरी नजर रखे हुए है और हमारे कार्यालय को नियमित रूप से अपडेट भेजे जा रहे हैं।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने हालात की समीक्षा की
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एक समीक्षा बैठक की। सीएम ने कहा कि जम्मू प्रांत के कई हिस्सों में हालात गंभीर हैं। उन्होंने श्रीनगर से अगली उपलब्ध उड़ान के जरिए जम्मू जाने का निर्णय लिया है ताकि स्थिति का खुद जायजा लिया जा सके। मुख्यमंत्री ने उपायुक्तों को आपातकालीन बहाली कार्यों और जरूरतों के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।
डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह ने बताया हालात
डोडा के डिप्टी कमिश्नर हरविंदर सिंह बताया कि पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है, खासकर चिनाब नदी के आसपास के इलाकों में। उन्होंने कहा कि दो जगहों से बादल फटने की खबर मिली है और एनएच 244 भी बाढ़ के चलते बह गया है। हरविंदर सिंह ने बताया कि अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से दो गंधोर और एक ठठरी सबडिवीजन में हुई है। इसके अलावा, 15 रिहायशी घर, गौशालाएं और एक निजी स्वास्थ्य केंद्र भी बाढ़ की चपेट में आए। तीन पैदल पुल बह गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि बारिश के इस स्तर को देखते हुए चिनाब नदी और उसके आसपास की सड़कों पर लोगों की आवाजाही सीमित कर दी गई है। प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया है और राहत कार्य जारी हैं।









