
सुल्तानपुर जिले में समस्यायों का भंडार है। आम आदमी, गरीब, मजदूर सभी परेशान हैं। ये कहना है राष्ट्रीय मजदूर संगठन का। इन्ही सब तमाम मुद्दों को लेकर आज राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की माँग उठाई।
किसान नेताओं की माने तो सबसे बड़ा गड़बड़ झाला सुल्तानपुर जिला अस्पताल का है। यहां मरीजों को बाहर की दवाएं लिखी जाती हैं। अल्ट्रा साउंड और एक्सरे मशीन खराब दिखाकर बाहर से करवाने का दबाव मरीजों पर बनाया जाता है। आरोप तो ये भी है कि वर्षों से एक ही स्थान पर जमे डाक्टरों ने अपना नर्सिंग होम खोल लिया है। गांव गांव से मरीजों को लाने वाली आशा बहुएं भी जिला अस्पताल के बजाय मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में पहुंचा देती हैं उसके एवज में मोटी रकम पकड़ाई जाती है। लिहाजा जिला अस्पताल में सुधार के लिये उन्होंने कार्यवाही की मांग की है।
वहीं किसानों की माने तो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के निर्माण के दौरान अरवल कीरी करवत से जयसिंहपुर के बीच की सड़कों का बुरा हाल है। करीब 156 सड़कों को चिन्हित किया गया था बावजूद इसके अभी तक इसकी मरम्मत नही हुई। हाइकोर्ट ने भी जिलाधिकारी सुलतानपुर को निर्देशित किया, लिहाजा डीएम भी यूपीडा के बड़े अधिकारियों से वार्ता का आश्वासन दिया जा रहा है।
फिलहाल किसानों से ज्ञापन लेने के बाद जिलाधिकारी ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही इनकी मांगों की जांच करवा कर कार्यवाही की जाएगी।









