सुल्तानपुर डकैती कांड: यूपी के सुल्तानपुर जिले में मंकेश यादव के एनकाउंटर को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने इस घटना पर गंभीर चिंता व्यक्त की है और इसके संदर्भ में कई सवाल उठाए हैं। मायावती ने कहा कि यूपी के सुल्तानपुर जिले में एनकाउन्टर की घटना के बाद से बीजेपी व सपा में कानून-व्यवस्था को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं तथा अपराध, अपराधी व जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति की जा रही है, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं।
अर्थात् बीजेपी की तरह सपा सरकार में भी तो कई गुणा ज्यादा कानून-व्यवस्था का बुरा हाल था। दलितों, अन्य पिछडे़ वर्गों, गरीबों व व्यापारियों आदि को सपा के गुण्डे, माफिया दिन-दहाड़े लूटते व मारते-पीटते थे, ये सब लोग भूले नहीं हैं। जबकि उत्तर प्रदेश में वास्तव में ’’क़ानून द्वारा क़ानून का राज’’, बी.एस.पी. के शासन में ही रहा है। जाति व धर्म के भेदभाव के बिना लोगों को न्याय दिया गया। कोई फर्जी एनकाउन्टर आदि भी नहीं हुये। अतः बीजेपी व सपा के कानूनी राज के नाटक से सभी सजग रहें।
1. यूपी के सुलतानपुर जिले में एनकाउन्टर की घटना के बाद से बीजेपी व सपा में कानून-व्यवस्था को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं तथा अपराध, अपराधी व जाति के नाम पर जबरदस्ती की राजनीति की जा रही है, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं। 1/3
— Mayawati (@Mayawati) September 9, 2024
इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में हलचल मचा रखी है, और कई लोगों ने इस पर अपनी राय व्यक्त की है। ऐसे में मायावती की प्रतिक्रिया को भी इसी संदर्भ में देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने न्यायिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता को बनाए रखने की आवश्यकता की बात की है।
दरअसल आपको बता दें कि इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगेश यादव के एनकाउंटर पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि मंगेश की यादव जाति की वजह से एनकाउंटर में मारा गया है. वहीं, मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज करने वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील ने इसे फर्जी एनकाउंटर बताया है. उनका कहना है कि जब डकैती का मुख्य सरगना आत्मसमर्पण कर चुका था तो सह-आरोपी मंगेश यादव भी आत्मसमर्पण कर सकता था. उनका कहना है कि मंगेश पर कोई बड़ा आपराधिक मामला दर्ज नहीं था और न ही वो आदतन अपराधी था.