
अंतरिक्ष स्टेशन पर 278 दिन बिताने के बाद पृथ्वी पर वापस आईं नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बटच विलमोर ने मंगलवार को मीडिया से खुलकर बातचीत की। इस दौरान उन्होंने अपनी यात्रा के अनुभवों, भविष्य में ब्वॉयिंग के स्टारलाइनर मिशन और उनकी बचाव अभियान की राजनीति के बारे में सवालों का जवाब दिया। सुनीता विलियम्स ने भारत के बारे में भी अपनी भावनाएँ साझा की और बताया कि उन्हें अंतरिक्ष से भारत के दृश्य कितने अद्भुत लगते हैं।
भारत का दृश्य अंतरिक्ष से: हर बार हिमालय के ऊपर उड़ते हुए शानदार तस्वीरें
सुनीता विलियम्स, जिनके पिता भारतीय हैं, ने अंतरिक्ष से भारत के दृश्य के बारे में बात करते हुए कहा, “भारत अद्भुत है।” उन्होंने हिमालय की भव्यता पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हर बार जब हम हिमालय के ऊपर से गुजरते थे, तो हमें कुछ अद्वितीय तस्वीरें मिलती थीं।” वह Earth’s youngest mountain range के बारे में भी बोलते हुए कहती हैं, “यह किसी लहर की तरह हुआ और भारत में समाहित हो जाता है।”
भारत से वापसी के बाद भारत यात्रा की योजना
सुनीता विलियम्स ने कहा कि वह अपने पिता के देश भारत वापस जाने का निश्चित रूप से विचार करेंगी। उन्होंने भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और विकास के बारे में भी तारीफ की और कहा, “भारत एक अद्भुत लोकतंत्र है, यह एक महान देश है। मैं अपने पिता के घर देश के लिए जरूर लौटूंगी।”
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की सराहना
सुनीता विलियम्स ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि वह गगनयान मिशन के सदस्य ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला से मिलने की उम्मीद करती हैं। शुभांशु शुक्ला जल्द ही एक निजी अंतरिक्ष मिशन Axiom-4 में उड़ान भरने वाले हैं। विलियम्स ने भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र की प्रगति को सराहा और कहा कि वह इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों से बहुत प्रभावित हैं।
278 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा के अनुभव
सुनीता विलियम्स और बटच विलमोर ने अंतरिक्ष में बिताए गए 278 दिनों के बारे में भी मीडिया से चर्चा की। दोनों ने कहा कि स्टारलाइनर के थ्रस्टर में खराबी आने के बावजूद उन्हें कभी ऐसा नहीं लगा कि वे अंतरिक्ष में फंसे हुए हैं। उन्होंने अपनी यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वे हर पल से कुछ नया सीखते थे और अंतरिक्ष में रहने का अनुभव अद्भुत था।
सुनीता विलियम्स और बटच विलमोर की यह प्रेस वार्ता अंतरिक्ष यात्रियों के अद्वितीय अनुभवों और भविष्य की योजनाओं पर एक नई रोशनी डालती है।