डेस्क : किसान आंदोलन के चलते हरियाणा-पंजाब का शंभू बॉर्डर पिछले 10 महीनों से बंद है. खनौरी में किसानों की मांगें मनवाने के लिए खनौरी में बुजुर्ग किसान नेता जगजीत डल्लेवाल आमरण अनशन पर बैठे हैं. इस मुद्दे पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की.
सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से कहा है कि वो आमरण अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्वास्थ्य रिपोर्ट कल तक जमा कराए।कोर्ट ने सवाल किया कि बिना उनका ब्लड टेस्ट, सीटी स्कैन के कैसे सरकार उनकी सेहत सही बता रही है। कोर्ट कल फिर इस मसले पर सुनवाई करेगा। पंजाब सरकार की ओर से बताया गया था कि डल्लेवाल चिकित्सा सहायता लेने से इंकार कर रहे है।
पंजाब सरकार की ओर से कहा गया कि डल्लेवाल को इलाज के लिए दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने का धरनास्थल पर मौजूद लोग विरोध कर रहे है, अगर कोई टकराव होता है तो हालात इस कदर बिगड़ सकते है कि लोगों की जान चली जाए।
इस पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि किसान और उनके नेता कभी इस तरह कर हिंसक टकराव में शामिल नहीं रहे है। ये शब्द आपके अधिकारियों के दिये हुए है। उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण ही रहा है… कोर्ट ने सुझाव दिया कि आपके अधिकारी उन्हें 1 हफ्ते के लिए अस्पताल जाने के लिए समझा सकते है”” ज़रूरी इलाज के बाद वो फिर से अनशन पर बैठ सकते है। इस दरम्यान कोई दूसरा उनकी जगह अनशन कर सकता है।