NEET PG काउंसलिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की पीठ कल करेगी सुनवाई

नीट पीजी काउंसलिंग में EWS और OBC कोटे को चुनौती देने के मामले में सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच बुधवार को सुनवाई करेगी। सुप्रीम कोर्ट में आज केंद्र सरकार ने मामले की जल्द सुनवाई की मांग किया। जिसके बाद चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने केंद्र सरकार के वकील तुषार मेहता से कहा कि 3 जजों के द्वारा ही इस पूरे मामले को सुना जा सकता है।

केंद्र सरकार की तरफ़ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने चीफ जस्टिस से मामले की जल्द सुनवाई की करते हुए कहा रेजिडेंट डॉक्टर सही मायने में चिंतित हैं, क्योंकि पीजी पाठ्यक्रमों में प्रवेश पर बेंच के समक्ष लंबित सुनवाई के लिए रोक दिया। जिसके बाद सीजेआई एन वी रमना बुधवार को ईडब्ल्यूएस कोटा मामले सुनवाई के लिए सहमति जताई।

बता दें NEET-PG कोर्स में ऑल इंडिया कोटा में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग ( EWS) के लिए आरक्षण को लेकर केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया। केंद्र सरकार ने कहा कि NEET-PG में वर्तमान सत्र के लिए EWS कोटे में 8 लाख रुपये तक की आय के मापदंड में बदलाव नहीं करेगी। केंद्र सरकार ने दाखिलों के लिए काउंसिलिंग कराने की इजाजत मांग किया। केंद्र सरकार ने हलफनामे में कहा कि वह इस साल 8 लाख आय वर्ग वाले छात्रों को ही EWS के तहत दाखला देना चाहती है क्योंकि दाखिला प्रक्रिया का पहला चरण परीक्षा के साथ पूरा हो गया है। अब बीच प्रक्रिया में EWS के मापदंड में बदलाव करना पेचीदगी बढ़ाने वाला कदम होगा।

केंद्र सरकार ने कहा कि अगले सत्र से ईडब्ल्यूएस के मापदंडों में बदलाव किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में एक्सपर्ट कमिटी की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि इस साल तो वह 8 लाख आयु वर्ग वाले अभ्यर्थियों को नीत पीजी कोर्स में दाखिला देना चाहते हैं कोर्ट से कम से कम 1 साल के लिए इसे मंजूरी दे दे ताकि नीट पीजी काउंसलिंग को शुरू किया जा सकता है।

गौरतलब है कि मेडिकल पीजी कोर्स एडमिशन के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने 06 जनवरी 2022 से पहले नीट पीजी काउंसलिंग शुरू करने का आश्वासन दिया है। लेकिन नीट पीजी 2021 में ओबीसी और ईडब्ल्यूएस आरक्षण को लेकर अब भी कुछ विवाद सुलझने बाकी हैं. मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। वहीं नीट पीजी 2021 बैच में अब तक 8 महीने की देरी पहले ही हो चुकी है. इससे देशभर में डॉक्टर्स की कमी हो रही है. जल्द काउंसलिंग कराने की मांग को लेकर जूनियर डॉक्टर्स ने बीते दिनों हड़ताल भी किया।

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