स्वामी प्रसाद मौर्य सोमवार को प्रयागराज पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। स्वामी ने बसपा सुप्रीमो मायावती के सभी 10 सीटों पर उपचुनाव लड़ने के ऐलान और समाजवादी पार्टी से बढ़ रही नजदीकी के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि मायावती चार बार यूपी की मुख्यमंत्री रही है। अगर मायावती उपचुनाव लड़ने जा रही हैं तो इसमें किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। हालांकि मायावती के लिए यूपी में उपचुनाव लड़ना छोटी बात है।
वन नेशन-वन इलेक्शन पर मोदी सरकार पर साधा निशाना
स्वामी प्रसाद मौर्य ने वन नेशन-वन इलेक्शन को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने मोदी कैबिनेट से प्रस्ताव पास किए जाने को ढोंग और नौटंकी करार दिया है। उन्होंने कहा कि देश लोकतांत्रिक व्यवस्था से चलता है। इतना ही नहीं उन्होंने 1952 में देश में हुए पहले चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय सांसदों और विधायकों का निर्वाचन एक साथ हुआ था। लेकिन समय-समय पर विधानसभाएं समय से पूर्व भंग होती रही हैं। कभी-कभी लोकसभा भी निर्धारित समय से पूर्व भंग हुई हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में ऐसी व्यवस्था है। लेकिन बहुमत के आधार पर मुख्यमंत्री विधानसभा और प्रधानमंत्री लोकसभा को भंग कर सकते हैं।
मोदी को नहीं है देश की चिंता
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि देश में वन नेशन-वन इलेक्शन की व्यवस्था थी। लेकिन व्यावहारिक रूप से यह व्यवस्था नहीं चल पाई। इसलिए यह व्यवस्था आगे भी नहीं चल पाएगी। उन्होंने इस व्यवस्था को अव्यवहारिक बताया। उन्होंने कहा कि यह प्रयोग पूरी तरह से असफल होगा। इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको देश की चिंता नहीं है। उन्हें वन नेशन वन इलेक्शन के पहले वन नेशन वन एजुकेशन की बात करनी चाहिए। जिससे सभी बच्चों को समान रूप से शिक्षा मिल सके।