राहुल गांधी के लिए घातक बने स्वामी, छिनेगी राहुल गांधी की नागरिकता!

बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और राहुल की नागरिकता के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गए हैं। बीजेपी नेता ने याचिका में गृह मंत्रालय को यह निर्देश देने की अपील की कि वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता रद्द करने के अनुरोध संबंधी उनके अभ्यावेदन पर फैसला करे।

लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की नागरिकता को लेकर चल रहे विवाद के बीच बीजेपी उन्हें चौतरफा घेरने की तैयारी कर रही है। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी जो अक्सर ही अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहते है…. वो विपक्ष ही नहीं बल्कि भाजपा पर भी कटाक्ष करने का कोई मौका नहीं छोड़ते है….. इसी बीच उन्होनें राहुल गांधी को अपने निशाने पर ले लिया है… दरअसल बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और राहुल की नागरिकता के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गए हैं। बीजेपी नेता ने याचिका में गृह मंत्रालय को यह निर्देश देने की अपील की कि वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारतीय नागरिकता रद्द करने के अनुरोध संबंधी उनके अभ्यावेदन पर फैसला करे। स्वामी ने याचिका में आगे कहा हैं कि बैकऑप्स लिमिटेड नामक कंपनी 2003 में यूनाइटेड किंगडम में रजिस्टर्ड हुई थी, जिसमें राहुल गांधी डायरेक्टर और सेक्रेटरी थे। वही 2005 और 2006 में दायर कंपनी के एनुअल रिटर्न में राहुल गांधी की डेट ऑफ बर्थ 19 जून, 1970 बताई गई और उनकी राष्ट्रीयता ब्रिटिश नागरिक के तौर पर बताई गई है।

इंदिरा गांधी ने छिनी थी IIT की नौकरी

वैसे तो कांग्रेस से स्वामी की लड़ाई काफी पुरानी रही है। महज 24 साल की उम्र में हार्वर्ड से पीएचडी करने वाले स्वामी का इंदिरा गांधी से भी छत्तीस का आंकड़ा रहा है। बात 1968 की है। उस समय अमर्त्य सेन ने स्वामी को दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में पढ़ाने का न्योता दिया था। स्वामी ने उनका निमंत्रण स्वीकार कर दिल्ली में पढ़ाना शुरू कर दिया। एक साल बाद 1969 में स्वामी ने IIT दिल्ली जॉइन कर लिया। इंदिरा गांधी से नाराजगी की वजह से 1972 में उन्हें IIT की नौकरी गंवानी पड़ी। मामला अदालत तक पहुंचा। आखिरकार 1991 में फैसला स्वामी के पक्ष में आया। फैसले के बाद वह एक दिन के लिए IIT दिल्ली गए। इसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया।

कांग्रेस पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग

स्वामी कांग्रेस पार्टी को विदेशी पार्टी बता चुके हैं। उनका कहना है कि कांग्रेस कोई पार्टी नहीं बल्कि विदेशी लोगों का गुट है। इसमें सब लोग एक गुलाम हैं। स्वामी का कहना है कि जब तक कांग्रेस से नेहरू परिवार की छुट्टी नहीं हो जाती तब तक कांग्रेस का कोई भविष्य नहीं है। साल 2012 में स्वामी ने चुनाव आयोग से कांग्रेस पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग की थी। उन्होंने एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड को लोन देने का हवाला देते हुए पार्टी की मान्यता रद्द करने की मांग की थी।

राहुल गांधी को बताया बेवकूफ

स्वामी राहुल गांधी को लेकर अक्सर आक्रामक रहते हैं। वह राहुल गांधी को बेवकूफ से लेकर नशा करने वाला तक बता चुके हैं। इस साल एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने राहुल गांधी को बेवकूफ बताया था। वही स्वामी ने जुलाई 2019 में राहुल गांधी को नशेड़ी बताया था। स्वामी ने कहा था कि राहुल गांधी कोकीन लेते हैं। उनका कहना था कि राहुल गांधी का यदि डोप टेस्ट किया जाए तो वे फेल हो जाएंगे। इसके बाद स्वामी के खिलाफ केस भी दर्ज हुआ था। इतना ही नहीं स्वामी राहुल की डिग्री पर भी सवाल उठा चुके हैं। 2019 में ही स्वामी ने एक ट्वीट में कहा था कि कैम्ब्रिज सर्टिफिकेट के अनुसार राहुल गांधी का नाम राउल विंसी है। राहुल नेशनल इकोनॉमिक प्लानिंग एंड पॉलिसी में फेल हो गए थे। उन्होंने एक सर्टिफिकेट भी पोस्ट किया था।

सुप्रीम कोर्ट में पहले भी उठ चुका हैं मामला

आपको बता दें कि कुछ साल पहले भी राहुल गांधी की नागरिकता पर सवाल खड़े हुए थे, इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका भी दाखिल की गई थी। उस दौरान याचिका में राहुल की नागरिकता के मामले पर गृह मंत्रालय को जल्द जांच के निर्देश दिए जाने की मांग की गई थी। तब तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की बेंच ने याचिका खारिज कर दी थी और कहा था कि अगर कोई कंपनी किसी फॉर्म में राहुल गांधी को ब्रिटिश नागरिक बताती है तो इसका मतलब यह नहीं वे ब्रिटिश नागिरक हो गए।

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