
तीन घंटे की लंबी वार्ता के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दोनों देशों के बीच युद्धविराम की संभावना बहुत बढ़ गई है। प्रेस वार्ता के दौरान ट्रंप ने बताया कि दोनों देशों के बीच केवल एक या दो गंभीर मुद्दे बचे हैं, जिन पर सहमति बननी बाकी है।
ट्रंप ने कहा कि यह वार्ता बहुत सकारात्मक रही और उन्होंने व्लादिमीर पुतिन से फोन पर भी बातचीत की, जिसके बाद उन्हें लगा कि एक समझौते के काफी करीब पहुंच गए हैं। ट्रंप ने यह भी बताया कि सुरक्षा की गारंटी के मुद्दे पर लगभग 95 प्रतिशत सहमति बन गई है और रूस ने यूक्रेन से डोनबास क्षेत्र को छोड़ने को कहा है। बाकी कुछ मुद्दे अब भी अनसुलझे हैं।
जेलेंस्की का बयान
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी इस बैठक को सकारात्मक बताया और कहा कि इस दौरान दोनों पक्षों के बीच विश्वास का स्तर बढ़ा है। उन्होंने कहा कि गारंटी पर पूरी तरह से सहमति बन गई है, और इस मुद्दे में यूरोपीय देशों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी, जिसमें अमेरिका उनका समर्थन करेगा।
बची हुई असहमति
दोनों नेताओं ने कहा कि डोनबास क्षेत्र पर अभी कोई सहमति नहीं बन पाई है। यूक्रेन चाहता है कि रूस इस इलाके से अपनी सेना को हटा ले, जबकि रूस डोनबास पर कब्जे का दावा करता है। इस मुद्दे पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका। यूक्रेन का कहना है कि वह जनता की सहमति से ही इस बारे में फैसला करेगा, और संभवतः इस मुद्दे पर जनमत संग्रह कराया जा सकता है।
रूस का दृष्टिकोण
इससे पहले, ट्रंप ने पुतिन से फोन पर बातचीत की थी। रूस ने इसे एक दोस्ताना संवाद बताया और यह भी कहा कि यूरोप और यूक्रेन की ओर से 60 दिनों का युद्धविराम प्रस्ताव आया था, जिसे बढ़ाया भी जा सकता है। रूस ने यह भी कहा कि डोनबास पर जल्द से जल्द निर्णय लिया जाना चाहिए।
रूस के हमले और ट्रंप की यात्रा
हाल ही में रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य इलाकों पर मिसाइल हमले किए थे, जिससे कीव के एनर्जी संयंत्र प्रभावित हुए थे। ट्रंप ने कहा कि यदि उनकी यूक्रेन यात्रा से युद्ध खत्म होता है, तो वह इस दौरे के लिए तैयार हैं और यूक्रेनी संसद को भी संबोधित करेंगे। जेलेंस्की ने उन्हें यूक्रेन आने के लिए आमंत्रित किया है।









