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Tamil Nadu: दुनिया का सबसे महंगा पौधा… कीमत जान हो जाएंगे हैरान

तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक नर्सरी में एडेनियम नामक पौधा बिक रहा है, जिसकी कीमत है 12 लाख रुपये। यह पौधा अपनी दुर्लभता और विशिष्टता के कारण बागवानी प्रेमियों के बीच खासा आकर्षण बना हुआ है।

Tamil Nadu: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में एक नर्सरी में एडेनियम नामक पौधा बिक रहा है, जिसकी कीमत है 12 लाख रुपये। यह पौधा अपनी दुर्लभता और विशिष्टता के कारण बागवानी प्रेमियों के बीच खासा आकर्षण बना हुआ है। एडेनियम को “रेगिस्तानी गुलाब” भी कहा जाता है और इसकी फूलने की प्रक्रिया में कई साल लगते हैं।

यह पौधा अफ्रीका और अरब प्रायद्वीप के शुष्क क्षेत्रों का मूल निवासी है और तिरुवल्लूर की इस नर्सरी में इसे विशेष देखभाल और प्राकृतिक तरीकों से उगाया जाता है। कृषि उद्यमी जालंधर ने इस पौधे की कीमत को समय और संवर्धन की प्रक्रिया से जोड़ा है, क्योंकि इसे इस आकार तक विकसित करने में 35 से 40 साल का समय लगता है। अगर आप कुछ अलग और खास चाहते हैं, तो यह पौधा आपके बगीचे की शान बन सकता है।

भारत में सबसे बड़ा एडेनियम
“आप एक करोड़ रुपये की कार किस उद्देश्य से खरीद रहे हैं? आप पांच करोड़ रुपये का घर क्यों बना रहे हैं? आप एक अलग सामाजिक स्थिति चाहते हैं, है न? ठीक इसी तरह, आप कह सकते हैं कि मैं अकेला व्यक्ति हूं जिसने अपने राज्य या भारत में सबसे बड़ा एडेनियम खरीदा है,” ये बात कोई और नहीं बल्कि जालंधर के एक किसान ने कहा, जो इस पौधे की खेती से जुड़ा है।

एडेनियम की क्या हैं विशेषता
एडेनियम, जिसे रेगिस्तानी गुलाब के नाम से भी जाना जाता है, अफ्रीका और अरब प्रायद्वीप के शुष्क क्षेत्रों का मूल निवासी है। यह पौधा अपनी अद्वितीय सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, और इसकी कीमत भी उसी के अनुसार है। इस पौधे को इस आकार में विकसित करने में लगभग 35-40 साल का समय लगता है।

पौधों की रेंज ₹150 से ₹12 लाख
जालंधर ने अपनी नर्सरी में 450 विभिन्न प्रकार के एडेनियम पौधों की खेती की है। यहां की पौधों की रेंज ₹150 से ₹12 लाख तक होती है। जालंधर ने अपनी नर्सरी में 15 श्रमिकों को रोजगार दिया है और वे अपने बगीचे में सौर ऊर्जा आधारित ड्रिप सिंचाई सिस्टम का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा, वे रासायनिक कीटनाशकों और उर्वरकों का इस्तेमाल करने के बजाय प्राकृतिक तरीके अपनाते हैं।

बागवानी प्रेमियों के लिए एक आदर्श
जालंधर ने बताया कि उनका उद्देश्य केवल पौधे बेचना नहीं है, बल्कि वे बागवानी के क्षेत्र में प्राकृतिक तरीके अपनाते हुए हर पौधे की अच्छी देखभाल करते हैं। यह नर्सरी अब बागवानी प्रेमियों के लिए एक आदर्श बन चुकी है, जो पौधों की देखभाल और उत्पादन में प्राकृतिक तरीके अपनाने का महत्व समझते हैं।

क्या आप 12 लाख रुपये खर्च करने के लिए तैयार हैं?
यदि आपके पास 12 लाख रुपये खर्च करने का बजट है और आप कुछ अलग और अनूठा चाहते हैं, तो तिरुवल्लूर की यह नर्सरी आपका इंतजार कर रही है।

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