टाटा स्टील ने गुरुवार को झारखंड के रामगढ़ जिले में अपने वेस्ट बोकारो डिवीजन में 14 ट्रांसजेंडरों को हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी (एचईएमएम) ऑपरेटरों के रूप में शामिल किया। इसके साथ ही टाटा स्टील भारत की पहली ऐसी कॉरपोरेट कंपनी बन गई जिसने एक साथ 14 ट्रांसजेंडरों को नौकरी दी है।
टाटा स्टील ने गुरुवार को सभी 14 ट्रांसजेंडरों नियुक्ति पत्र प्रदान किया है। इस अवसर पर टाटा स्टील के उपाध्यक्ष, ने कहा कि टाटा स्टील लोगों की विशिष्टता का सम्मान करती है और इसी के चलते यह कदम उठाया गया है।
इसके साथ ही उनहोंने कहा, यह दिन एक विविध और समावेशी कल की दिशा में हमारी यात्रा में एक और मील का पत्थर है। हमारे अग्रणी विविधता और समावेशन प्रयास परिवर्तनकारी हैं और हमारे खनन करने के तरीके में आदर्श बदलाव लाए हैं।