
हापुड़: बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों का एक और कारनामा सामने आया है, जिसमें नाबालिग धुव्र को मृतक आश्रित श्रेणी में नियुक्ति दे दी गई। यह नियुक्ति 18 वर्ष की आयु से पहले ही दी गई, जो विभाग की लापरवाही और अनियमितताओं को उजागर करती है।
जांच के दौरान अधिकारियों की लापरवाही साफ तौर पर सामने आई। मामले की गहराई से जांच करने के बाद, बीएसए (BSA) ने उक्त नियुक्ति को निरस्त कर दिया। इसके साथ ही, ABSA योगेश गुप्ता और रचना सिंह को दोषी करार दिया गया।
यह मामला शिक्षा विभाग में कार्यप्रणाली और पारदर्शिता की कमी को दर्शाता है। नाबालिग को मृतक आश्रित श्रेणी में नियुक्ति देने के कारण विभाग की छवि पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस मामले के उजागर होने के बाद शिक्षा विभाग ने कड़ी कार्रवाई करते हुए दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।









