
Desk: साल का आखिरी चन्द्रग्रहण आज लगेगा. भारत के कुछ हिस्सों में पूरा और कुछ जगहों पर आंशिक तौर पर नजर आएगा. ये ग्रहण वर्ष 2022 का आखिरी ग्रहण होगा. भारत के परिपेक्ष्य मे बात करें तो ये चन्द्र ग्रहण पूर्वी भागों में पूरा और अन्य राज्यों में आशिंक रुप से दिखाई देगा. जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है, तब चंद्र ग्रहण लगता है. विज्ञान इस घटना को एक खगोलीय घटना के तौर पर देखता है लेकिन शास्त्रों में इसके अलग महत्व है.
लखनऊ
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 8, 2022
➡8 नवंबर को चन्द्रग्रहण की खगोलीय घटना
➡लखनऊ से आंशिक चन्द्रग्रहण देखा जा सकेगा
➡आज दोपहर में समय 2.39 बजे से होगा प्रारम्भ
➡शाम 6.19 बजे समाप्त होगा चंद्रग्रहण
➡चन्द्रोदय का समय शाम 5.16 बजे निर्धारित
➡चंद्रग्रहण की अवधि अधिकतम 63 मिनट होगी।#Lucknow pic.twitter.com/1WzKgQIs27
जानकारी के अनुसार आज शाम जैसे ही चंद्रोदय होगा उसी समय चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा. आज चन्द्र ग्रहण शाम 05 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ होगा और शाम 6 बजकर 19 मिनट पर खत्म हो जाएगा. चन्द्र ग्रहण से 9 घंटे पहले इसका सूतक काल लग जाएगा. 15 दिनों के अंतराल पर यह दूसरा ग्रहण होगा इसके पहले बीते 25 अक्तूबर को साल का आखिरी सूर्य ग्रहण लगा था.
भारत में इस वक्त दिखेगा ग्रहण
साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 08 नवंबर को शाम 05 बजकर 20 मिनट से प्रारंभ होगा और शाम 06 बजकर 20 मिनट तक रहेगा. चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले इसका सूतक काल लग जाएगा. भारत में साल का आखिरी व दूसरा चंद्र ग्रहण गुवाहाटी, रांची, पटना, सिलिगुड़ी और कोलकाता समेत देश की राजधानी दिल्ली में भी दिखाई पड़ेगा.
क्या है ग्रहण काल को लेकर धार्मिक मान्यताएं
ग्रहण को लेकर शास्त्रों में अलग महत्व है. शास्त्रों की माने तो ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक काल प्रारंभ हो जाता है. आज लगने वाले चन्द्र ग्रहण से पहले भी सूतक काल प्रारंभ हो गया है. 8 नवंबर को भारतीय समयानुसार सुबह 8 बजकर 20 मिनट पर शुरू हो जाएगा. ग्रहण में सूतक काल को लेकर कई लोग अलग अलग मान्यता रखते हैं.
दरअसल सूतक काल में पालन करने के लिए कुछ नियम बनाए गए है. लोग इस सूतक काल में उपवास रखते है और ग्रहण के दौरान भी रहते है ग्रहण के समाप्त होने बाद उपवास तो़ड़ते हैं. मान्यता के अनुसार ग्रहण के बाद स्नान के बाद करने बाद ही उपवास तो़ड़ा जाना चाहिए.









