
पीलीभीत के पूरनपुर में मुठभेड़ में खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के तीन आतंकियों के ढेर होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस की टीमें आगे की छानबीन कर रही हैं। चर्चाओं और अफवाहों के बीच इधर तीन बाइक सवारों ने एक सिख किसान को रोक लिया था। कहा कि उनके तीन आदमी मारे गए हैं और अन्य बिछड़ गए हैं। उनको ढूंढने के लिए मोबाइल चाहिए…चाहें तो इसके रुपये ले लो। किसान ने मोबाइल देने से मना किया तो एक बदमाश ने माउजर गन तान दिया और मोबाइल फोन छीनकर भाग गए।
पुलिस को जानकारी मिली तो खलबली मच गई। इस मामले में एसपी पहुंचे और जानकारी की। इस मामले में अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरु कर दी। न्यूरिया थाना क्षेत्र के मझारा फार्म के रहने वाले ओमकार सिंह ने बताया कि उनके पिता गुरनाम सिंह 25 दिसंबर को ट्यूबवेल मोटर का सामान लेने पीलीभीत गए थे। लौटते वक्त शाम करीब पांच बजे चंदोई और दहगला गांव के बीच पीछे से तीन बदमाश बुलेट से आए और पिता को रोका था। तीनों मुंह पर कपड़ा लपेटे हुए थे। उन लोगों ने पिता से मोबाइल मांगा।
मना करने पर जबरन मोबाइल लेने लगे। पिता ने कहा कि दो हजार रुपये ले लो, लेकिन मोबाइल नहीं दूंगा। इस पर बाइक सवार बोले कि रुपये वह दे देंगे लेकिन मोबाइल हमें दे दो। तुम्हे नहीं पता हमारे तीन आदमी मारे गए हैं और बाकी बिछड़ गए हैं। हमें उन्हें ढूंढना है, इसलिए हमें मोबाइल की जरूरत है। इसके बाद एक बदमाश ने कनपटी पर माउजर तान दिया और मोबाइल छीनकर चले गए। खैर इस मामले में जानकारी मिलते ही एसपी अविनाश पांडेय भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और आगे की कार्रवाई शुरु कर दी है।








