इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के हत्यारों पर अब चलेगा राष्ट्रद्रोह का मुकदमा, कोर्ट ने दी इजाजत

गौकशी के बाद महाव गांव के जंगलों में योगेश राज ने भीड़ को इकठ्ठा किया और फिर चिंगरावठी पुलिस चौकी के सामने सड़क पर जाम लगाकर भीड़ प्रदर्शन करने लगी. प्रदर्शनकारी हिंसक हो गये और चौकी के सामने खड़ी गाड़ियों को सड़क पर डालकर आग लगा दी गयी. मौके पर पहुंचे इंस्पैक्टर सुबोध कुमार सिंह को दौड़ा कर उन्हें गोली मार दी गयी. प्रदर्शनकारियों के बीच एक युवक सुमित भी गोली का शिकार हुआ.

2018 में बुलंदशहर में गौकशी के बाद हुई हिंसा, आगजनी और इंस्पैक्टर की हत्या के मामले में अब 36 आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा चलेगा. राज्य सरकार की मंजूरी के बाद अदालत में इसके लिए अपील की गयी थी. स्थानीय अदालत ने इस प्रार्थना पर विचार कर इसे मंजूरी दे दी है और केस के 36 आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह की धाराओं में केस चलाने का आदेश दिया है.

इंस्पैक्टर सुबोध कुमार सिंह जिनकी हत्या की गयी

स्याना हिंसा, आगजनी मामले में बजरंग दल का नेता योगेश राज भीड़ का नेतृत्वकर्ता था. गौकशी में मिले मांस को लेकर वह चिंगरावठी चौकी के सामने आ गया और इलाके के सैकड़ो लोग इकठ्ठा कर लिये. पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन, नारेबाजी की गयी. घंटों हाईवे जाम करके प्रदर्शनकारी उत्पात करते रहे. इसी दौरान पुलिस चौकी में घुसकर प्रदर्शनकारियों ने आग लगी दी.

हिंसा आगजनी के बाद चिंगरावठी पुलिस चौकी का दृश्य

चौकी में मौजूद कई पुलिसकर्मी बड़ी मुश्किल से आग के बीच से निकल पाये. इतना ही नही, चौकी के बाहर खड़ी गाड़ियों को सड़क के बींचोंबीच डालकर उनमें आग लगा दी गयी. प्रदर्शनकारियों की गोली एक सुमित नाम का एक युवक भी मारा गया था.

पुलिस चौकी के सामने खड़ी गाड़ियों को उग्र प्रदर्शनकारियों ने पथराव के बाद सड़क पर डाला और उनमें आग लगा दी

मामले को नियंत्रित करने स्याना के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे लेकिन भीड़ ने उन्हें भी दौड़ा दिया. एक खेत में उनकी गाड़ी फंस गयी. उग्र प्रदर्शनकारियों ने सुबोध कुमार सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी और उनकी गाड़ी में आग लगा दी. पुलिस के कई लोगों की पिटाई और आग लगाने की कोशिश भी की गयी.

पथराव के बाद पुलिस चौकी के बाहर और अंदर पहले तोड़फोड़ की गयी और फिर आग लगाई गयी

इस मामले में पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई कर केस दर्ज किये और हिंसा, आगजनी करने वाले आरोपियों में से 5 आरोपियों को ही इंस्पैक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या का आरोपी माना. चार्जशीट फाइल होने के बाद अब इस मामले में पर सुनवाई जारी है. 3 दिसंबर 2018 को स्याना के महाव गांव के जंगलों में गौकशी की सूचना पर प्रदर्शनकारी पहुंचे थे. बाद में पूरी भीड़ पुलिस चौकी के सामने पहुंच गयी और जाम लगा दिया था.

अधिकारियों के साथ मौका मुआयना करते मेरठ के तत्कालीन एडीजी प्रशांत कुमार

जमानत पर रिहा हुए बजरंग दल के नेता योगेश राज ने इस वारदात के बाद अपनी महत्वाकांक्षाओं को मुकाम देना शुरू किया. भाजपा से टिकट न मिलने पर वह जिला पंचायत सदस्य के इलैक्शन में निर्दलीय खड़ा हुआ और चुनाव भी जीता.

भाजपा और बजरंग दल से बगाबत करके योगेश राज ने चुनाव जीता और बीजेपी नेताओं से अपने संपर्क भी बनाये रखे

विधानसभा के चुनावों में वह भाजपा विधायक को हराने के लिए चुनाव लड़ना चाहता था. इसके लिए उसने सार्वजनिक रूप से ऐलान भी किया था लेकिन उससे पहले ही उसकी जमानत रद्द हो गयी और उसे जेल भेज दिया गया. योगेश राज अभी भी जेल में बंद है.

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