चोर को पकड़ने वाले थानाध्यक्ष खुद बन पड़े चोर, पचा गए 25 लाख का सोना, सिपाही भी था शामिल

कानपुर से एक चौका देने वाला मामला सामने आया है। चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह को पकड़ने वाले थानाध्यक्ष 25 लाख के सोने को गायब कर खुद बन पड़े चोर

कानपुर से एक चौका देने वाला मामला सामने आया है। चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह को पकड़ने वाले थानाध्यक्ष 25 लाख के सोने को गायब कर खुद बन पड़े चोर । दरअसल, बर्रा में शिक्षिका के घर हुई चोरी के मामले में पकड़े गए चोर ने खुलासा करते हुए आरोप लगाया कि रेलबाजार थानेदार ने 25 लाख के जेवर बरामद कर बेच दिए। मामले में सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया। साथ ही थानेदार को छुट्टी पर भेजा गया।

जानकारी के मुताबिक बर्रा में शिक्षिका के घर से लाखों की चोरी के मामले में पकड़े गए चोर ने पुलिस को बताया कि उसके गिरोह को कुछ दिन पहले रेलबाजार थानेदार ने पकड़ा था। पकड़े जाने पर थानेदार व उनके खास सिपाही ने करीब 25 लाख का सोना चोरों से बरामद कर बेच दिया था और सभी आरोपियों को छोड़ दिया था। यह सुनते ही एक्शन मोड में आए आला अधिकारियों ने चोर के आरोपों की जांच की जिम्मेदारी एसीपी कैंट को दी है। मामले की जांच प्रभावित न हो इसलिए थानेदार को छुट्टी पर और सिपाही को लाइन हाजिर किया गया है।

बता दे बर्रा-छह के एमआईजी-32 निवासी शिक्षिका शालिनी दुबे के घर पर बीती 30 सितंबर को ताला तोड़कर करीब 25 लाख की चोरी हुई थी। शिक्षिका के पति बीएसएफ में नौकरी करते हैं। शालिनी ने बर्रा थाने में चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घटना की जांच कर रहे बर्रा थाना प्रभारी राजेश शर्मा ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से एक चोर को गिरफ्तार किया था । पूछताछ में चोरी के आरोपी ने बताया कि चोरों के गैंग को रेलबाजार थानाध्यक्ष विजय दर्शन शर्मा ने अभी कुछ दिन पहले पकड़ा था। उस वक्त उनके साथ हेड कांस्टेबल आमिल हाफिज भी थे।

चोरी के आरोपी के मुताबिक उस वक्त बरामद लाखों के जेवर थानेदार ने एक सराफ की मदद से गलवाकर बेच दिए थे। इसके बाद चोरों को छोड़ दिया गया था। मामला उजागर होते ही एडिशनल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सोमवार को जांच रिपोर्ट आने पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में आरोपी थानेदार विजय दर्शन से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन नहीं लगा।

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