
समाजवादी पार्टी ने झांसी और बबीना में जमीन अधिग्रहण, मजदूरों की समस्याओं और अमन यादव एनकाउंटर को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने कहा कि मजदूर भाइयों ने एक पॉलिटिकल कैलेंडर तैयार किया है, जिसके तहत वे अपने मुद्दों को संगठित रूप से उठाएंगे। मजदूर सभा सभी समस्याएं नेतृत्व तक पहुंचाएगी, जिससे पार्टी को जमीनी ताकत मिलेगी।
झांसी के मामले में पूर्व डीएम ने किसानों की समस्याएं मानी थीं और समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन तबादले के बाद मामला अधूरा रह गया। सपा ने घोषणा की है कि फिर से डेलिगेशन भेजकर नए डीएम से बात की जाएगी। पार्टी की मांग है कि जमीन अधिग्रहण में दबाव डालकर सहमति पत्र पर हस्ताक्षर नहीं कराए जाने चाहिए। जबरन दस्तखत के बाद किसानों के पास कोई अधिकार नहीं बचते। सपा ने स्पष्ट कहा कि किसानों को बाजार दर पर मुआवजा मिलना चाहिए।
पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि झांसी और बबीना में अब जमीन की कीमत में कोई अंतर नहीं है, इसलिए मुआवजा भी बराबर मिलना चाहिए। भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम ने अयोध्या की धरती पर भेदभाव की सजा उन्हें दी और हरा दिया।
बुंदेलखंड में रक्षा निर्माण पर बोलते हुए सपा ने कहा कि यदि मिसाइलें यहीं बनतीं तो रूस से आयात की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने झांसी में सरकार की विफलता पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यहां तो सुतली बम तक नहीं बना।
अमन यादव एनकाउंटर पर सपा ने सरकार पर साजिश का आरोप लगाया और कहा कि गलत नाम चलाकर सपाई को बदनाम किया गया। पार्टी ने दोषी अधिकारी के निलंबन की मांग की है।









