
Lakhpati Didi campaign. स्वतंत्रता दिवस 2025 का ऐतिहासिक अवसर इस बार उत्तर प्रदेश की ग्रामीण महिलाओं के आत्मबल और संघर्ष की गौरवगाथा को राष्ट्रीय मंच देगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच और नेतृत्व में सशक्त हुईं उत्तर प्रदेश की 14 ‘लखपति दीदियां’ 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से होने वाले ध्वजारोहण समारोह की विशेष साक्षी बनेंगी। केंद्र सरकार की ओर से इन महिलाओं को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह गौरवपूर्ण क्षण उत्तर प्रदेश के लिए एक मिसाल बनकर उभरेगा।
UP की महिलाएं होंगी स्वतंत्रता दिवस की सबसे बड़ी प्रतिनिधि शक्ति
स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आत्मनिर्भरता की मिसाल बनीं 14 चयनित महिलाएं उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (UPSRLM) के तहत देशभर से चुनी गईं 700 से अधिक महिलाओं में सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व रखती हैं। ये महिलाएं अब घरेलू उत्पादों, जैसे घी, अचार, पापड़, मसाले और परंपरागत खाद्य सामग्री के जरिये लाखों रुपये की सालाना कमाई कर रही हैं। यही नहीं, इन महिलाओं ने अन्य ग्रामीण महिलाओं को भी रोजगार से जोड़ा है।
सीएम योगी की योजनाओं का दिख रहा परिणाम, महिलाएं बनीं प्रेरणा
मिशन निदेशक दीपा रंजन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रणनीतिक योजनाओं और ग्रामीण आजीविका को लेकर संजीदगी का ही परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश की महिलाएं सामाजिक, आर्थिक और मानसिक रूप से मजबूत बन चुकी हैं। लखपति दीदी अभियान के तहत हजारों महिलाओं ने पारंपरिक हुनर को व्यावसायिक रूप देकर गांवों में आर्थिक बदलाव की नई इबारत लिखी है। इन 14 महिलाओं का चयन न केवल उनकी उपलब्धियों का सम्मान है, बल्कि अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा भी है।
15 अगस्त को मिलेगा सम्मान, शिवराज सिंह चौहान करेंगे मेजबानी
दिल्ली में इन लखपति दीदियों की मेजबानी खुद केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। उनके आवास, आवागमन और भोजन आदि की संपूर्ण व्यवस्था रक्षा मंत्रालय की ओर से की जा रही है। हर महिला के साथ उनका पति या एक सहयोगी भी दिल्ली जाएगा। यह न केवल उनके योगदान का सम्मान है, बल्कि सामाजिक भागीदारी का उदाहरण भी।
लखनऊ से डिप्टी सीएम करेंगे रवाना, यूपी से जाएंगे दो विशेष प्रतिनिधि
इन महिलाओं के साथ उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से दो विशेष प्रतिनिधि भी दिल्ली जाएंगे, जो वहां मार्गदर्शन और समन्वय की जिम्मेदारी निभाएंगे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य लखनऊ से इन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह आयोजन केंद्र और राज्य के बीच महिला सशक्तिकरण को लेकर बने मजबूत समन्वय का परिचायक है।
गांवों में बदलाव की रचनाकार बनीं महिलाएं
उत्तर प्रदेश के गांवों में यह महिलाएं अब बदलाव की धुरी बन चुकी हैं। केवल अपनी आय बढ़ाना ही नहीं, इन्होंने गांव की अन्य महिलाओं को भी प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया है। कई महिलाओं के समूह अब स्टार्टअप मॉडल पर काम कर रहे हैं और उनके उत्पाद राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने लगे हैं।









