अमेठी में दलित टीचर के पूरे परिवार की सनसनीखेज हत्या कर दी गई है। वारदात कल रात की है। पति पत्नी और दो मासूम बच्चों को गोलियों से छलनी करके मौत के घाट उतार दिया गया। इस मामले में पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे है। दूसरी ओर इस मामले में अब सियासत भी शुरु हो गई है। जहां कई नेताओं ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। सांसद चंद्रशेखर आजाद ने इस घटना पर यूपी सरकार के कानून व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े किये।
इस मामले में पर भीम आर्मी चीफ और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद की प्रतिक्रिया आयी है, उन्होंने सोशल मिडिया साइट पर पोस्ट करते हुये प्रशासन अल्टीमेटम दे दिया। उन्होंने कहा कि 48 घंटे में यदि आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं होती है तो जिला अधिकारी कार्यालय आकर धरना दूंगा। अमेठी की घटना बताती है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं बल्कि जंगल राज है। डेढ़ महीने पहले छेड़खानी के बाद जान से मारने की धमकी पर कार्यवाही करती पुलिस तो आज जान नहीं जाती।
बता दें कि अमेठी और रायबरेली पुलिस के लापरवाही और ढिलढिलईये वाले रवैये के चलते गुरुवार की शाम अमेठी का पूरा परिवार खत्म हो गया। बेख़ौफ़ बदमाशों के हौसले इतने बुलंद दिखे कि घुस कर न सिर्फ एक शिक्षक और उसकी पत्नी संग उसके छोटे छोटे बच्चों को भी गोलियों से भून दिया। इस वारदात के चलते पूरे इलाके में सनसनी फ़ैल गयी।
दरअसल, ये पूरा मामला यूपी के अमेठी का है। जहां तिलोई तहसील क्षेत्र के पन्हौना स्थित कंपोजिट विद्यालय में मृतक सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत थे। वो अपने पूरे परिवार के साथ ही अमेठी के थाना शिवरतनगंज के अहोेरवा भवानी चौराहे पर किराए के रूम मेंरहते थे। इसी बीच गुरुवार की देर रात कुछ अज्ञात बदमाशों ने शिक्षक दंपति के साथ उनके दो मासूम बच्चों को भी गोली मारकर मौत की नींद सुला दिया। हालांकि, मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस ने पहुँच कर छानबीन शुरू कर दी।